अमित जोश की फरारी में मदद करने वाला आरोपी, पुलिस की गिरफ्त में
दुर्ग पुलिस शातिर बदमाश अमित जोश को एनकाउंटर में मार गिराने के बाद उसकी सहायता करने वालों को गिरफ्तार करने में लगी है।
पुलिस ने जोश को छिपने में सहायता करने वाले डी. संतोष राव को गिरफ्तार किया है। 26 जून 2024 की देर रात 1.20 बजे अमित जोश और उसके साथियों ने सेक्टर 10 पुलिया के पास यानि सेंट्र्ल एवेन्य रोड ग्लोब चौक के पास तीन लड़कों पर गोली चलाई थी। इसमें आदित्य सिंह और सुनील यादव को गोली लगी और वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे।घटना के बाद अमित जोश के साथी डॉग, अंकुर शर्मा और यशवंत नायडू ने भिलाई नगर थाने में नई कहानी बनाई और बताया कि किसी दूसरे गैंग के लोगों ने दूसरे गैंग के लोगों को गोली मारी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी।
इसी दौरान घायलों के दोस्त सेक्टर 7 जे एमक्यू कालोनी निवासी रमनजीत सिंह ने थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई।एएसपी सिटी सुखनंदन राठौर ने किया मामले का खुलासा रमनजीत ने बताया कि सेन्ट्रल एवेन्यु रोड में अमित जोश एवं उनके साथी डागी, अंकुर शर्मा एवं यशवंत नायडू ने उसके व उसके दोस्तों के साथ गाली गलौज कर विवाद किया।
इसके बाद अमित जोश ने पिस्टल निकाली और उनके ऊपर फायर कर दिया। इसमें उसके दोस्त आदित्य और सुनील घायल हो गए।पुलिस ने तुरंत धारा 307, 34 भादवि. 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी आर. यशवंत नायडू, अंकुर शर्मा, बी लक्की जार्ज, शंकर भाट, सागर उर्फ डागी, मुकुल सोना, रुपेश सिंह, बिज्जी मोरिस को गिरफ्तार किया। पुलिस सभी आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी अमित जोश फरार होने में कामयाब हो गया।
8 नवंबर को एनकाउंटर में अमित जोश ढेर लगभग 5 महीनों से पुलिस से लुकछिप का खेल खेल रहा अमित जोश 8 नंबर को पकड़ में आ ही गया। पुलिस ने उसे शाम करीबन 5 बजे जयंती स्टेडियम के पीछे झाड़ी के पास घेर लिया। इस दौरान अमित जोश ने पुलिस के ऊपर पिस्टल से लगभग 6-7 फायर किए। जवाबी फायरिंग में पुलिस की कई गोली उसे लगी और वो वहीं ढेर हो गया।एसपी ने दिए सहयोगियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दुर्ग एसपी जितेंद्र शुल्का ने अमित जोश के एनकाउंटर के बाद उन लोगों को भी गिरफ्तार करने का आदेश दिया, जिन्होंने फरारी के दौरान उसकी मदद की हो। इसी कड़ी में पुलिस ने अमित जोश की फरारी में मदद करने वाले आरोपी डी. संतोष राव को हिरासत में लिया।
पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने अमित जोश को छिपने में सहयोग किया।उसने यह भी बताया कि अमित जोश घटना के बाद उससे स्कूटी लेकर भागा था। इसके बाद उसने उस एक्टिवा CG 07 CD 3622 को पेण्ड्रा रोड रेलवे स्टेशन के वाहन पार्किंग में खड़ा कर दिया और ट्रेन से भाग गया। पुलिस ने डी. संतोष राव की निशादेही पर एक्टिवा को वहां से जब्त कर लिया है।
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