मुंबई: कांग्रेस नेता राज बब्बर ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राज बब्बर ने कहा, ‘मेरी जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है और मेरे जीवन का दो-तिहाई हिस्सा महाराष्ट्र में बीता है। मैं उस संस्कृति के साथ नहीं हूं जो अपनी जमीन ही बांट रहे हैं और काट रहे हैं। हम जानते हैं कि उत्तर प्रदेश की संस्कृति क्या है और महाराष्ट्र की परंपरा क्या है।’
राज बब्बर ने और क्या कहा?
राज बब्बर ने कहा, ‘मैं यूपी से आया हूं और यूपी की वो मानसिकता और सोच लेकर आया हूं जिसने शिवाजी महाराज, संभाजी को तिलक किया। मैं उस संस्कृति से यहां आया हूं। मैं उस संस्कृति से नहीं हूं जो अपनी जमीन को बांट रहा है और काट रहा है।’
राज बब्बर ने कहा, ‘मैं मथुरा के पास का रहने वाला हूं। आगरा में मेरा जन्म लिया। शिवाजी महाराज के लिए मथुरा और बनारस वो जगह है, जहां पर शंभाजी को तिलक करने के लिए यहां पर लाया गया। जो लोग उस समय महापंडित थे, उन्होंने उनको तिलक किया। हम जानते हैं कि यूपी की संस्कृति क्या है और महाराष्ट्र की परंपरा क्या है।’
सीएम योगी का नारा चर्चा में
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों अपने एक नारे की वजह से चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। हरियाणा में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा दिया था और अब झारखंड के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी इस नारे की गूंज खूब सुनाई दे रही है। योगी के इस नारे ने दोनों राज्यों के चुनावों में किस कदर हलचल मचाई है इसका अंदाजा विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया से ही लग जाता है।
आखिर योगी आदित्यनाथ ने नारे से विपक्ष में हलचल क्यों मची है? इसका सीधा सा जवाब हरियाणा में हाल ही में संपन्न हुआ विधानसभा चुनाव हो सकता है। योगी के इस नारे ने हरियाणा में निश्चित तौर पर हलचल मचाई थी और बीजेपी को एक हारी हुई बाजी जीतने में अपना योगदान दिया था। जब योगी ने झारखंड की अपनी हालिया चुनावी सभाओं में सोरेन की सरकार के करप्शन, माफिया को संरक्षण, लव जिहाद, लैंड जिहाद और बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाया तो जनता ने उनका समर्थन किया। लेकिन इन सभाओं में सबसे ज्यादा तालियां ‘बंटोगे तो कटोगे’ के नारे पर बजीं। सियासी जानकारों का मानना है कि इस नारे पर लोगों का रिएक्शन देखकर ही विपक्ष में हलचल मची है ।
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