प्रदेश में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की शुरुआत 14 नवंबर से होगी, जो 31 जनवरी तक चलेगी। जिले में धान खरीदी को लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां की जा रही हैं। सरगुजा जिले में 62243 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिसका रकबा 78691 हेक्टेयर है। जिले में 54 खरीदी केंद्रों में धान खरीदी करनी है। इस खरीफ वर्ष में 3829 किसान नए पंजीकृत हैं। खरीदी केंद्रों में कम्प्यूटरीकरण व्यवस्था का ट्रॉयल रन सोमवार को पूरा कर लिया गया है।
बता दें कि कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य शुरू होगा, जिससे जिले के किसानों में धान खरीदी को लेकर उत्साह है। लघु व सीमांत किसानों का दो टोकन और बड़े किसानों का तीन टोकन काटा जाएगा। किसान समिति व मोबाइल एप टोकन तुंहर हाथ के माध्यम से आसानी से टोकन प्राप्त कर सकेंगे। जिले में धान खरीदी का लक्ष्य 351074 एमटी रखा गया है।
खरीदी केंद्रों में धान खरीदी अवधि, निर्धारित गुणवत्ता, समर्थन मूल्य आदि की जानकारी के संबंध में बैनर और दीवार लेखन का कार्य किया गया है। वहीं किसानों के बैंक खातों के मिलान का कार्य पूरा कर लिया गया है। धान खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधा के लिए स्थल की साफ-सफाई, पेयजल, किसानों के बैठने के लिए छायादार स्थान, त्रुटिरहित धान खरीदी के लिए कांटा-बांट अथवा इलेक्ट्रॉनिक कांटा का सत्यापन, मॉइश्चर मीटर का कैलीब्रेशन किया गया है।
खरीदी केंद्रों में कैप कवर, बारदाने की व्यवस्था, कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, इंटरनेट सुविधा सहित दूसरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।बताया गया कि 34 बिन्दुओं की चेकलिस्ट के अनुसार धान खरीदी के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों को धान खरीदी कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी की सतत निगरानी रखने और कोचियों व बिचौलियों से अवैध धान की खरीदी-बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। धान खरीदी केन्द्रों में मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। धान खरीदी की पूरी व्यवस्था के लिए नोडल अपर कलेक्टर सुनील नायक को बनाया गया है।
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