दुबई से महादेव सट्टा का पैनल लेकर कोलकाता से नेटवर्क को ऑपरेट करने वाले रायपुर के कारोबारी को पुलिस ने छापा मारकर पकड़ लिया है। पिछले 6 माह से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
मामला फूटने के बाद से कारोबारी फरार था। उसके लिए काम करने वाले 13 सटोरियों को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर चुकी है, जो कमीशन पर काम करते थे।
पुलिस ने बताया कि समता कॉलोनी निवासी मोहित सोमानी महादेव सट्टा एप के प्रमोटर से सीधा जुड़ा हुआ है। उसने 35 लाख रुपए देकर महादेव का पैनल लिया।
वह छत्तीसगढ़ में पकड़े जाने के डर से कोलकाता में किराए का मकान लिया। वहां कमीशन और वेतन में 13 युवाओं को रखा। इनमें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और बिहार के युवक शामिल हैं। उन्हें 25-30 हजार महीना वेतन देता था। रहने-खानी की सुविधा भी देता था।
ये युवक कोलकाता में बैठकर छत्तीसगढ़ में सट्टा खेलने वाले लोगो से संपर्क करते थे और उनसे ऑनलाइन दाव लेते थे।पिछले एक साल से मोहित कोलकाता से सट्टे के नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था। उसके पास हवाला के माध्यम से पैसा जाता था। महादेव सट्टे की जांच के दौरान रायपुर पुलिस को इसकी जानकारी मिली।
उसके बाद एक टीम कोलकाता भेजी गई, जिसने छापा मारकर 13 लोगों को पकड़ लिया। तब से मोहित फरार था। उसने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया और रायपुर भी नहीं आ रहा था।वह कुछ दिन पहले त्योहार में रायपुर आया था। इसकी सूचना पुलिस को मिली।
उसे छापा मारकर पकड़ लिया गया। उसका मोबाइल जब्त कर जांच के लिए साइबर सेल भेज दिया गया है। राज्य में महादेव सट्टा पर सख्ती की वजह से अब बुकी दूसरे राज्यों में बैठकर नेटवर्क ऑपरेट कर रहे हैं।