बलरामपुर बवाल…प्रधान-आरक्षक समेत 8 पुलिसकर्मी लाइन अटैच
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में थाने में एनएचएम कर्मी की कस्टोडियल डेथ मामले में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है।
अब कोतवाली थाने में तैनात प्रधान आरक्षक समेत 8 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है। गुरुचंद मंडल की थाने में हुई संदिग्ध मौत के बाद एसपी वैभव,इससे पहले इस मामले में थाना प्रभारी और एक आरक्षक को भी निलंबित किया गया था।
वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस मामले में सरकार के खिलाफ बड़े प्रदर्शन की तैयारी में है। कांग्रेस 27 अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालयों में पुतला दहन और 28 अक्टूबर सभी जिला कांग्रेस कमेटी प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा।
वहीं 3 नवंबर को कांग्रेस प्रदेश के सभी जिलों में भाजपा सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना देगी।
बलरामपुर मामले में 8 पुलिसकर्मी लाइन अटैच-जानिए क्या है पूरा मामला
बलरामपुर थाने में गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाए गए स्वास्थ्य विभाग के प्यून गुरूचरण मंडल (30) ने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। थाने में गुरूचरण मंडल की मौत की सूचना लोगों को शाम को मिली तो हंगामा मच गया।
लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा करते हुए थाने और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया।
लोगों ने थाने में किया था हंगामा। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। वहीं घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित किया गया।
पति पर हत्या का शक, भाई ने की थी शिकायत मंडल की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। वो इसकी दूसरी पत्नी थी। रीना गिरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट गुरुचरण मंडल ने ही थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस के अनुसार, रीना गिरी के भाई बदला गिरी ने बलरामपुर एसपी से रीना गिरी की हत्या उसके पति और पिता शांति मंडल पर जताते हुए शिकायत की थी।
गुरुचरण मंडल की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस गुरुचरण मंडल और उसके पिता से पूछताछ कर रही थी। पुलिस के अनुसार, गुरुचरण मंडल का शव गुरुवार दोपहर 3.15 बाथरुम में फांसी पर झूलता मिला था।
आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि, पुलिस ने कस्टडी में मौत के लिए तय दिशा निर्देशों के अनुसार बलरामपुर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की तरफ से नियुक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट और एफएसएल टीम की उपस्थिति में शव परीक्षण और पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी कराई। पिता ने पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप इस मामले में मृतक गुरुचंद के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है।
उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए हैं।आक्रोशित लोगों ने थाने में तोड़फोड़ भी की थी।
महिला ASP को चप्पल से पीटा
शुक्रवार को शव गृहग्राम ले जाने के दौरान लोग आक्रोशित हो गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। भीड़ को कंट्रोल करने पहुंची ASP निमिषा पांडे पर भी महिलाओं ने हमला कर दिया था। ASP को एक महिला चप्पल से मारती नजर आई थी। हमला और पथराव के दौरान भाग रही निमिषा पांडेय दो बार गिर गईं और घायल हो गई। वे जशपुर में एएसपी हैं। उन्हें बलरामपुर में ड्यूटी में तैनात किया गया है। इससे पहले, मृतक का शव लेने से परिवारजनों और बंगाली समाज ने इनकार कर दिया था। जनप्रतिनिधियों के साथ बाहर से आए पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद रात करीब 8 बजे परिजन-ग्रामीण शव लेने और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए, जिसके बाद सुरक्षा के बीच डेडबॉडी गृहग्राम संतोषी नगर लेकर आए थे।