पिकप में लोडकर ले जा रहे थे बुचड़खाना, पिकप छोड़कर भाग गया तस्कर –
जिले में मवेशियों की तस्करी लंबे समय से चल रही है छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के घरघोड़ा रोड पर मवेशियों की तस्करी की जा रही थी। जिसकी सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय गौ-रक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया है। घटना घरघोड़ा थाना क्षेत्र की है। मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय गौ-रक्ष.ऐसे में मुस्तकिम खान गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य भरत निराला, सोनू खान के साथ घरघोड़ा धरमजयगढ़ रोड पर कंचनपुर तिराहा पास खड़े हो गए।
तभी रायगढ़ की ओर से आ रही पिकप को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं रूका और तेज रफ्तार में पिकप को लेकर भागने लगे। तब मोटरसायकिल से उसका पीछा गया, तो तस्कर पिकप को बरघाट के पास पुल पर छोड़कर वहां से भाग गया। पिकप में जांच करने पर 6 मवेशी उसमें मिले। जिसके बाद मुस्तकिम ने घरघोड़ा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया।
तस्कर पिकप में लोड कर मवेशियों को ले जा रहा थापिकप पुल पर हो गया खराब मुस्तकिम ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि पिकप को चालक तेज रफ्तार में चला रहा था। ऐसे में एकाएक पिकप खराब हो गई और उसका स्टेरिंग राॅड भी टूट गया था। मवेशी तस्कर के फरार होने के बाद उसकी आसपास काफी तालाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला।
उसने बताया कि मवेशियों को भूखे प्यासे निर्दयतापूर्वक रस्सी से बांधा गया था।मवेशी तस्करों का यह रूट बताया जा रहा है कि छाल रोड पर भी रात के अंधेरे में मवेशी तस्करी की जाती है। जिसमें सक्ति जिला से होकर पलगड़ा पहाड़ पार कर खरसिया थाना क्षेत्र होते हुए कोठीकुंडा, खम्हार से जोबी, काफारमार से छाल थाना क्षेत्र के पोड़ी, बरबसपुर, मुनुनन्द, बेहरामार, पुरूंगा, सामरसिंघा होते हुए बरताताली, आमगांव, अमापाली, खलबोरा, सिसरिंगा क्षेत्र के तेजपुर होते हुए चरखापारा बाजार के आड़ पर गौवंशो की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। इसके बाद यहां से जशपुर, झारखंड, रांची, गुमला व ओड़िसा के लिए ले जाया जाता है।
Editor In Chief