गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने नारेबाजी कर जमकर हल्ला बोला। छात्र नेताओं का आरोप है कि यहां नई शिक्षा नीति (NEP) के नियमों की आड़ में विद्यार्थियों की समस्याएं बढ़ा दी गई है और प्रबंधन मनमर्जी कर रहा है। इसक.सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर लगाए मनमानी करने के आरोप।
यूनिवर्सिटी का घेराव कर नारेबाजी करते हुए छात्रों ने अपनी समस्याएं बताई। उनका कहना था कि नई शिक्षा नीति के नाम पर यूनिवर्सिटी ने समस्याए खड़ी कर दी है। छात्रों ने बताया कि बिना किसी पूर्व सूचना के समर्थ पोर्टल पर विषय चयन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई, जो ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर संचालित हो रही है। इसी तरह माइनर विषयों का आवंटन मेरिट के आधार पर किया गया है, जबकि यह प्रक्रिया छात्रों की इच्छानुसार होनी चाहिए। NEP के नाम पर विषय परिवर्तन के लिए 500 से 1000 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है।
छात्रों ने समर्थ पोर्टल पर विषय आवंटन के बाद विद्यार्थियों से गूगल फॉर्म भरवाने का विरोध किया और कहा कि इससे अनावश्यक परेशानी हो रही है।नारेबाजी करते हुए छात्रों ने मचाया जमकर हंगामा।NEP की आड़ में प्रबंधन कर रहा मनमानी ABVP गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के अध्यक्ष आराध्य तिवारी ने कहा कि “नई शिक्षा नीति (NEP) विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी है। लेकिन, यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने इसके गलत क्रियान्वयन किया है।
प्रशासन को NEP को इसकी पूरी जानकारी नहीं है, जिसके कारण छात्रों को समस्याएं हो रही है। इससे NEP के प्रति छात्रों में गलत धारणाएं बन रही है। वहीं ABVP के सचिव शशांक सोनवानी ने कहा कि NEP के क्रियान्वयन में प्रशासन की अपर्याप्त योजना और समझ के कारण छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को NEP के क्रियान्वयन की प्रक्रिया को फिर से तैयार करना चाहिए ताकि छात्रों को समस्याओं से राहत मिल सके। छात्र नेताओं ने मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।