छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं की पसंदीदा मिठाई बन चुकी है। जलेबी भी वो वाली जो सड़कों पर मिलती है, हरियाणा जलेबी का बोर्ड लगाकर जो कारीगर इसे गरमा गरम कढ़ाई पर तल रहे होते हैं। हरियाणा में बीजेपी की जीत के बाद जलेबी अचानक छत्तीसगढ़ के भारतीय जनता पार्टी.चुनाव के नतीजे सामने आए तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह ने बस्तर में अपने कार्यकर्ताओं को जलेबी खिलाई।
उन्होंने कहा- हरियाणा के चुनाव नतीजों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार तीसरी बार हरियाणा की जनता-जनार्दन ने भाजपा के प्रति अपना अगाध विस्वास व्यक्त किया है। एक्जिट पोल को लेकर अति उत्साही कांग्रेसियों को हरियाणा के एक्जेक्ट पोल ने आईना दिखा दिया है।
इन नतीजों के जरिए हरियाणा ने कांग्रेस के संविधान और आरक्षण को लेकर दोहरे राजनीतिक चरित्र पर सीधी चोट की है।चंद्राकर ने दी अनूठी सलाहपूर्व मंत्री अजय चंद्राकर की पोस्ट।भाजपा ने कांग्रेस से मांगी जलेबी, कांग्रेस चुप छत्तीसगढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस से नतीजों के बाद जलेबी मांगी। इसपर कोइ प्रतिक्रिया कांग्रेस ने नहीं दी।हरियाणा-जलेबी दुकान पर पहुंचे नेतारायपुर में हरियाणवियों की 50 से अधिक दुकानें रायपुर में हरियाणा की तर्ज पर करारी जलेबियां मिलती हैं।
रायपुर के भाटागांव, संतोषी नगर, सुंदर नगर, टाटीबंध, रायपुर करीब-करीब हर इलाके में छोटे स्टॉल लगाए जाते हैं जहां हरियाणा से ही आए कारिगर जलेबी बना रहे होते हैं। जलेबी हरियाणा में चर्चित स्ट्रीट फूड है।अब जानिए जलेबी ट्रेंड में क्यों है दरअसल कांग्रेस के हरियाणा में हुए चुनाव प्रचार में राहुल गांधी ने मंच से कह दिया था कि जलेबी फैक्ट्री में बनाकर विदेश में बेचना चाहिए। चूंकि जलेबी तुरंग बनाकर ही खाई जाने वाली चीज है। भाजपा राहुल गांधी का मजाक बनाना शुरू कर दिया।
इसलिए हरियाणा में चुनाव नतीजे आते ही भाजपाइयों की पसंदीदा मिठाई जलेबी बन गई।भाजपा आईटी सेल के प्रमुख ने किया ट्वीट।कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गोहाना रैली के मंच पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हरियाणा के चर्चित हलवाई मातू राम की बड़ी जलेबियों का डिब्बा भेंट किया था। राहुल ने जलेबी खाई और बोले- इन जलेबियों के किसी बड़े कारखाने में तैयार करें, हजारों लोगों को रोजगार मिलने तथा देश-विदेश में निर्यात करने पर फोकस करने का ज्ञान भी दे डाला।
हरियाणा के मंच पर नेताओं ने खाई थी जलेबी।पीएम मोदी ने जलेबी को लेकर विपक्ष बोला था हमला गोहाना की इन जलेबियों की चर्चा लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कर चुके हैं। गोहाना में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधने के लिए “मातू राम की जलेबी” का जिक्र किया था। विपक्षी दलों पर हमला करते हुए मोदी ने तब कहा था कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो उनके पास पांच साल में पांच प्रधानमंत्री बनाने का फार्मूला है।
उनसे पूछिए कि क्या प्रधानमंत्री का पद हमारी मातू राम की जलेबी है।साल 1958 में बनानी शुरू की थी मातू राम ने जलेबियां हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित गोहाना जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र है। यहां जलेबियों का ब्रांड नाम मातू राम हवाई की जलेबियां हैं। मातू राम के पोते रमन गुप्ता और नीरज गुप्ता अब इस कारोबार को चला रहे हैं। जंबो साइज की यह जलेबी 1958 में मातू राम ने गोहाना में बनानी शुरू की थी। यह जलेबी शुद्ध देसी घी से बनती है।
कुरकुरी और मुलायम दोनों स्वाद इस जलेबी में हैं। प्रत्येक जलेबी का वजन 250 ग्राम होता है। एक किलो वजन वाले चार पीस के डिब्बे की कीमत 320 रुपये है। मिठाई की शेल्फ लाइफ एक सप्ताह है।

