भाई बोला- खाट पर लेकर अस्पताल गए, नहीं मिली एंबुलेंस
बलरामपुर में सर्पदंश से किशोरी की मौत।छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सर्पदंश 17 साल की नाबालिग की मौत हो गई। किशोरी मवेशी कराने के लिए जंगल गई हुई थी। इसी दौरान जंगल में एक सांप ने उसे काट लिया। भाई का कहना है कि अस्पताल ले जाने लिए समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पाई, जिससे बहन ने दम तोड़ दिया.जानकारी के मुताबिक पूरा मामला जिले रामचंद्रपुर विकासखंड क्षेत्र के भीतर चुरा के धनवार गांव का है।
जहां स्थानीय निवासी देवनारायण पंडो की बहन गाय, बकरी चराने के लिए जंगल गई थी, जहां उसे सांप ने काट लिया।सर्पदंश से नाबालिग की मौत।रामानुजगंज अस्पताल रेफर किया गयाइसकी सूचना नाबालिग ने फोन करके अपने भाई को दी। भाई मौके पर पहुंचा और उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र रामचंद्रपुर में ले गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति सामान्य नहीं होने पर रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेफर कर दिया गया।
मृतका के भाई ने बताया कि जंगल से बहन को खाट में लेकर घर लाना पड़ा, फिर अस्पताल ले गए वहां प्राथमिक उपचार कर रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर किया गया। लेकिन एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं दी गई।मृतका के भाई ने कहा कि अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं दी गई।प्राइवेट वाहन बुक करके ले गए अस्पतालप्राइवेट वाहन बुक करने में समय लग गया,
जैसे-तैसे करके हम हॉस्पिटल तो ले गए। लेकिन उसकी स्थिति काफी गंभीर हो चुकी थी, बहन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। समय पर यदि स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस की व्यवस्था कर दी होती तो शायद हम उसे बचा लेते।जानकारी के अनुसार जिले के रामचन्द्रपुर और वाड्रफनगर विकासखंड में पंडो समाज के लोग रहते हैं। आंकड़ों की बात करें तो वाड्रफनगर विकासखंड क्षेत्र में करीब 50 गांव हैं,
जहां 133 परिवार निवास करते हैं।रामचन्द्रपुर में 53 गांव में 1036 परिवारइनमें पुरूष 3774 और महिलाओं की संख्या 380 है। रामचन्द्रपुर में 53 गांव में इस समाज के 1036 परिवार निवासरत हैं, जहां 2635 पुरुष हैं और 2305 महिलाएं हैं। सूरजपुर के199 गांव में 3553 परिवार हैं, जिनमें 8085 पुरुष और 7853 महिलाएं हैं। सरगुजा के 61 गांव में 926 परिवार हैं, जहां 2028 पुरुष और 1924 महिलाएं हैं।
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