शहर विकास व सुविधाओं को बेहतर बनाना उददेश्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता रही है। शहर विकास और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसका लाभ तो मिल रहा है, लेकिन कुछ बड़ी योजनाएं अभी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में स्मार्ट सिटी का उद्देशय पूरा नहीं हो सका है, इसके लिए शहरवासियों को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
बिलासपुर। बिलासपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब तक 650 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। स्मार्ट सिटी की माने तो इनमें से 85 प्रतिशत प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। वही 15 प्रतिशत प्रोजेक्ट अधूरे हैं। अधूरे काम मार्च 2025 तक पूरे हो जाएंगे। जून 2015 में देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया है। इसमें बिलासपुर भी शामिल है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को चलते आठ वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस दौरान शहर को स्मार्ट बनाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट को धरातल में उतारा गया है, लेकिन कार्य गति धीमी रही। इसी वजह से स्मार्ट सिटी के फेस दो में भी बिलासपुर को शामिल किया गया है। इन आठ सालों में ज्यादातर काम तो पूरे हो चुके हैं। इसका उपयोग भी शहरवासी करने लगे हैं। इसके बाद भी कई बड़े प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जो अब तक पूरे नहीं हो सके हैं।
जो बड़े प्रोजेक्ट अधूरे हैं, उनमे अरपा प्रोजेक्ट (अरपा तटवर्धन व संवर्धन), स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट, स्मार्ट गवर्नेस प्रमुख है। इसके साथ स्मार्ट सिटी के कई छोटे लेकिन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी अधूरे चल रहे हैं। इसमें मल्टी लेवल पार्किंग पुराना बस स्टैंड परिसर भी प्रमुख हैं। बिलासपुर स्मार्ट सिटी फेस टू के तहत इन कामों को 31 मार्च तक पूरा किया जाना है। वहीं एक दर्जन से ज्यादा काम पूरे हो चुके हैं।
ये काम हो चुके हैं पूरे
- भारतीय नगर माधो तालाब पुर्नर्विकास एवं सुंदरीकरण
- जतिया तालाब पुनर्विकास एवं सुंदरीकरण
- हैप्पी स्ट्रीट
- आइटीएमएस
- कलेक्टोरेट मल्टीलेवल पार्किंग
- प्लेनेटेरियम व्यापार विहार
- व्यापार विहार और पद्मश्री पं. श्यामलाल चतुर्वेदी स्मार्ट रोड
- मिटटी तेल लाइन स्मार्ट रोड
- कोन्हेर और राजेंद्र प्रसाद बाल उद्यान
- सार्वजनिक स्थानों में वाई फाई- रेंट ए साइकिल
- हाईब्रिड सोलर पैनल (नेहरू चौक, स्मार्ट रोड, महराणा प्रताप चौक)
- जीआइएस सर्वे
- आइडब्ल्यूएमएस
- पिंक प्ले ग्राउंड बिलासा कन्या कालेज
- राजा रघुराज सिंह स्टेडियम में फ्लड लाइट
- प्रमुख सड़कों पर स्मार्ट लाइटिंग
ये काम हैं अधूरे
- मिनी स्टेडियम मल्टीपरपज स्कूल
- स्पोर्ट्स कांप्लेक्स,संजय तरण पुष्कर
- अरपा प्रोजेक्ट (अरपा तटवर्धन व संवर्धन)
- स्मार्ट गवर्नेस सिस्टम
- स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट सिस्टम
- सरकारी कार्यालय में सोलर लाइट
- मल्टी लेवल पार्किंग पुराना बस स्टैंड परिसर
- तालापारा तालाब का उन्नयन
- ई-बस सर्विस
वर्जनस्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में 85 प्रतिशत काम पूरे हो चुके हैं। 15 प्रतिशत कार्य अधूरे हैं। अधूरे कार्य मार्च 2025 तक पूरा किया जाना है। ऐसे में अधूरे कार्यों को प्राथमिकता के साथ तेज गति से कराया जा रहा है।