उल्लास कार्यक्रम के स्वयंसेवी शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शपथ के साथ समापन
महासमुंद । उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत कुशल प्रशिक्षकों का दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन के अवसर पर कलेक्टर एवं जिला साक्षरता मिशन के अध्यक्ष विनय कुमार लंगेह ने सभी प्रशिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि आप सबके सहयोग से महासमुंद जिला जल्दी ही पूर्ण साक्षर जिला बनने की ओर अग्रसर है। प्रशिक्षण में बताए गए बातों को गंभीरता के साथ लेते हुए फील्ड में जाकर कार्य करें। हम जिले को पूर्ण साक्षर बनाने से कुछ कदम ही दूर हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 16 हजार असाक्षर हैं जिन्हें पूर्ण साक्षर कर विशिष्ट उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। इस अवसर पर कलेक्टर ने सभी स्वयं सेवकों को पूर्ण साक्षर बनाने शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी रेखराज शर्मा ने बताया कि 87 ग्राम पूर्ण साक्षर हो गए हैं। यहां साक्षरता के साथ वित्तीय, डिजिटल, बुनियादी, स्वास्थ्य और स्वच्छता तथा साक्षरता पर प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान में हर ब्लॉक में 10-10 ब्लॉक रिसोर्स पर्सन नियुक्त हैं। 14 सितम्बर से बुनियादी साक्षरता प्रारम्भ होगा।
प्रशिक्षण को जिला शिक्षा अधिकारी एम.आर. सावंत, रेखराज शर्मा जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण महासमुंद के सिंह प्रभारी प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट महासमुंद ने उपस्थित प्रशिक्षार्थियों को संबोधित किया। प्रशिक्षण में डीआरजी समूह से टेकराम सेन ने उल्लास प्रवेशिका कैसे पढ़ाए, उल्लास संदर्शिका, प्रवेशिका की समझ, ईश्वर चंद्राकर ने स्वयं सेवी शिक्षक की भूमिका, बीआरजी के मार्गदर्शक बिंदु, पाठ योजना एवं श्रीमती बद्रिका ध्रुव ने स्वयं सेवी शिक्षक को कैसे प्रेरित करे एवं गतिविधि पर आपसी सामंजस्य बनाते हुए प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर मनोज वर्मा, संतोष साहू व्याख्याता डाइट, नोडल अधिकारी द्वय ईश्वर चंद्राकर महासमुंद, श्रीमती ममता चक्रधारी बागबाहरा, अरुण कुमार देवता पिथौरा, वीरेंद्र साहू बसना, दुष्यंत पटेल सरायपाली सहित समस्त प्रशिक्षार्थी गण उपस्थित थे।
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