दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण नेशनल हाइवे में बेतकीब खडी भारी वाहन हैं बिना इंडीकेटर या रेडिंयम रिफ्लेक्टर लगाए बिना ही वाहन को सड़क पर खडा कर देते हैं, जिसकी वजह से दूर से लोगों को भारी वाहन दिखाई नहीं देता और पास जाने पर जब वाहन समझ में आता है। तब तक वाहन की रफ्तार पर चालक अपना नियंत्रण खो देता है।
बिलासपुर। नेशनल हाईवे पर रफ्तार लगातार लोगों की जिंदगी छिन रहा है। जनवरी से जुलाई तक सात माह का आंकडे देखें तो 62 लोगों की मौत खड़े वाहनों से टकराकर हुई है। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष दुर्घटना के ग्राफ में मामूली सी कमी आई है। मौत का आंकड़ा भी कम हुआ है। अधिकारियों की मानें तो दुर्घटना में कमी लाने लगातार प्रयास किया जा रहा है।सड़क हादसे में मौत के बढ़ते आंकडों को लेकर हाई कोर्ट ने भी चिंता जताते हुए दुर्घटना की रोकथाम के प्रयासों की जानकारी ले रहा है।
- दुर्घटना 199
- मौत 81
- घायल 189
- दुर्घटना 185
- मौत 62
- घायल 178
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