बिलासपुर के तारबाहर थाना के टी आई , एक आरक्षक और एस आई पर एक कबाड़ी ने दो लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है । बताया जा रहा है कि कबाड़ी पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है वही उसके साथी पर बिलासपुर के सिविल लाइन सहित कई थानो में लूट मारपीट जैसे मामले दर्ज है । मामला बताया जा यह है कि फिरोज मेमन सिरगट्टी मे कबाड़ का काम करता है और एक दिन वह कबाड़ लेकर जा रहा था तो तारबाहर के आरक्षक द्वारा उसे रोककर थाना लाया गया जहां एस आई द्वारा दो लाख की मांग की गयी इस तरह की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से फिरोज मेमन द्वारा की गयी है । इस विषय में जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से बात किया गया तो उन्होने बताया कि फिरोज मेमन और अब्दूल सफीर दोनो का आपराधिक रिकार्ड रहा है और दोनो ही कबाड़ के नाम पर रेलवे और अन्य स्थानो से चुराये लोहे बेचते है । घटना के दिन फिरोज मेमन की चारपहिया मे रेलवे का कबाड़ था जिसे आरक्षक ने देखकर थाना में खड़ा करवा दिया और रिश्वत देकर छुड़ाने की कोशिश फिरोज मेमन ने की परंतु जब हमने संयुक्त कार्यवाही की तो हम पर ही रिश्वतखोरी का आरोप लगाया जा रहा है ताकि पुलिस पर दबाव बनाया जा सके ।
जांजगीर और सक्ती जिले मे बेहतर सेवाओ के लिए प्रशंसित हुए है गोपाल सतपथी
तारबाहर थाने मे पदस्थ टी आई गोपाल सतपथी पर दो लाख मांगने का आरोप लगाया है और जिन्होने लगाया है उन पर अनेक मामले डराने धमकाने और हत्या का प्रयास का भी दर्ज है जबकि टी आई गोपाल सतपथी को बलौदा थाना मे रहते हुए बेहतर सेवा के लिए तत्कालीन जिला पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल से प्रशस्ति पत्र और पुरुस्कार मिल चुका है।यह भी विदित हो कि पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल जांजगीर जिले मे सबसे लंबे समय तक रहने वाले पुलिस अधीक्षक है और उनकी उच्चकोटी की पुलिस सेवाओ और बेदाग करियर के कारण बलौदा बाजार जैसे संवेदनशील जिले का एस पी बनाया गया है । ऐसे पुलिस अधीक्षक से कोई पुरुस्कार प्राप्त करना जहां गर्व की बात समझी जाती है वही यह टी आई गोपाल सतपथी की बेहतर सेवाओ का प्रतीक है और ऐसे पुलिस अफसर पर ऐसे आपराधिक प्रकरण वाले लोगो द्वारा आरोप लगाना न केवल हास्यपद है बल्कि यह उनकी आतंकित करने की हिम्मत की चरम सीमा है जिस पर पुलिस विभाग द्वारा लगाम लगाया जाना अति आवश्यक है ।