- यूपी में भाजपा की हार के लिए मोदी-योगी…’, BJP की फायर ब्रांड नेता उमा भारती का बड़ा बयान..!
- यूपी में लोकसभा चुनावों में बीजेपी को मिली कम सीटें और अधिकतर सीटों पर हुई करारी हार को लेकर उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है. वे मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में थीं और यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने अयोध्या की हार, राम मंदिर, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रदर्शन को लेकर भी कई सारी बातें कही.
- यूपी में लोकसभा चुनावों में बीजेपी को मिली कम सीटें और अधिकतर सीटों पर हुई करारी हार को लेकर उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है. वे मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में थीं और यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने अयोध्या की हार, राम मंदिर, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रदर्शन को लेकर भी कई सारी बातें कही.
- भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती आज शिवपुरी से गुजरने पर पत्रकारों से उत्तर प्रदेश की हार पर खुलकर बातचीत कर रही थीं. उमा भारती एक प्रश्न के उत्तर में बोलीं,उत्तर प्रदेश में और अयोध्या में भाजपा की हार कोई बड़ी बात नहीं है. न ही इससे यह अर्थ निकालना चाहिए कि हिंदू मतदाता भाजपा से नाराज है. दरअसल इस सिलसिले में हिंदू समाज के मन को समझना होगा. हिंदू समाज धर्म और समाज व्यवस्था को एक मान कर नहीं चलता है,जबकि इस्लाम चलता है.
- एक अन्य सवाल के जवाब में उनका कहना था कि किसी को भी यह अहंकार नहीं पालना चाहिए कि हर रामभक्त बीजेपी को वोट देगा. मतदाता ने वोट किसी को भी दिया हो,लेकिन उसकी राम के प्रति भक्ति कम नहीं हुई है. न ही मोदी और योगी पर कोई दोषारोपण करना चाहिए.
- जब बाबरी ढांचा गिराया था, तब भी हम चुनाव हारे थे: उमा भारती
- उमा भारती ने कहा कि मथुरा और काशी के मामले का इस हार से कोई मतलब नहीं है. जब 6 दिसंबर को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराया था,तब भी हम यूपी हारे थे. लेकिन अयोध्या भाजपा के एजेंडे में शामिल रहा. इसलिए ये भी रहेंगे. राम मंदिर अपनी जगह है और चुनावी हार-जीत अपनी जगह. दोनों को एक साथ नहीं जोड़ना चाहिए. बीजेपी के अयोध्या हारने का भी ये मतलब ना निकाला जाए कि लोग भगवान राम को नहीं मानते हैं. हर सनातनी के लिए भगवान राम सबकुछ हैं. भगवान राम से ही सारा संसार है. इसलिए चुनावी हार-जीत को राम मंदिर से अलग करके देखना चाहिए.
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