मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं…देश की इकोनॉमी संभालने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्यों कही ये बात..!
देश की वित्त मंतरी निर्मला सीतारमण इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। बीजेपी चाहती थी कि वे तमलिनाडु या फिर आंध्र प्रदेश की किसी सीट से चुनाव लड़ें, लेकिन वित्त मंत्री ने सामने से ही उस ऑफस को अस्वीकार कर दिया था। अब एक मीडिया चैनल से बात करते हुए निर्मला सीतारमण ने चुनाव ना लड़ने को लेकर विस्तार से बताया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मेरे पास चुनाव लड़ने के पैसे नहीं हैं। बीजेपी चाहती थी कि मैं तमिलनाडु या फिर आंध्र प्रदेश की किसी सीट से चुनाव लड़ूं। मैंने दस दिनों तक सोचा, फिर बस जाकर मना कर दिया। जीतने के कई क्राइटेरिया होते हैं, जाति से लेकर कई दूसरे फैक्टर मायने रखते हैं। मैं बस तैयार नहीं थी, मेरे पास इतना फंड भी नहीं था, तो हां मैं चुनाव नहीं लड़ने जा रही हूं।
वैसे वित्त मंत्री से सवाल किया गया कि जब आप फाइनेंस जैसे विभाग संभाल रही हैं तो आपके पास फंड की कमी कैसे हो सकती है, इस पर उन्होंने दो टूक कहा कि वो पैसा उनका निजी नहीं है, बल्कि भारत का है। उनके पास सिर्फ उनकी सैलरी और सेविंग हैं। अब निर्मला सीतारमण खुद चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन पार्टी के लिए उनकी तरफ से लगातार प्रचार किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि वे अलग-अलग मीडिया कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी, प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगेंगी।
जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी ने अभी तक 400 से ज्यादा उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। सबसे दिलचस्प चयन यूपी में देखने को मिल रहा है जहां पर अरुण गोविल से लेकर दूसरे कई बड़े चेहरों पर दांव चला गया है। बीजेपी ने सहारनपुर से राघव लखनपाल, मुरादाबाद से सर्वेश सिंह, मेरठ से अरुण गोविल, गाजियाबाद से अतुल गर्ग, अलीगढ़ से सतीश गौतम, हाथरस से अनूप बाल्मीकि, बदायूं से दुर्विजय सिंह शाक्य, बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार, पीलीभीत से जितेंद्र प्रसाद, सुल्तानपुर से श्रीमती मेनका गांधी, कानपुर से रमेश अवस्थी, बाराबंकी से श्रीमती राज रानी रावत, बहराइच से अरविंद गोंड को टिकट दिया है।
मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं…देश की इकोनॉमी संभालने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्यों कही ये बात..!

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