विधायक राजेश अग्रवाल के भाई ने पुलिस को दी धमकी, टीएस सिंहदेव ने दे दी नसीहत..!
सरगुजा जिले के लखनपुर थाना इलाके में स्थित अमेरा खुली खदान में पिछले दिनों कोयला और तांबे के तार की डकैती हुई थी. इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन इस कार्रवाई के विरोध में अंबिकापुर से बीजेपी विधायक राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल ने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ थाने का घेराव किया और जमकर हंगामा किया.
विधायक के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने गलत कार्रवाई की है. विजय अग्रवाल ने ट्रेनी डीएसपी को धमकी देते हुए कहा कि मैं तुमको देख लूंगा. वीडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. ट्रेनी डीएसपी शुभम तिवारी ने बताया कि कोयला खदान में हुई डकैती मामले में मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को पहले संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था. पूछताछ के दौरान खदान में डकैती करने की बात कबूल किए जाने के बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिसकर्मी ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने डकैती का कोयला और तांबा तार बरामद करने में सफलता पाई.
अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘तार चोरी की घटना में पुलिस ने डकैती का केस बना दिया. शुरू में इसमें चार लोगों का नाम शामिल किया गया था, बाद में नाम बढ़ा दिया गया. मैंने उनसे कहा था कि उसमें जो भी वास्तविक अपराधी हैं, उनके खिलाफ चोरी का आरोप लगा दिया जाए. आरोपियों में कुछ ऐसे भी नाम शामिल किए गए, जो कभी किसी बदमाशी में नहीं रहे. मैंने कहा था कि विवेचना कर लीजिए और जो जायज हो कार्रवाई कीजिए लेकिन जो उसमें संलिप्त नही हैं, उनको विवेचना करके हटा लीजिए. इसी बात की चर्चा करने के लिए लोग थाने गए हुए थे, वहां पर मौजूद थानेदार भड़क गए और उन्होंने कहा कि हम आपसे हिसाब से थाना नही चलाएंगे.’
बीजेपी विधायक ने आगे कहा, ‘मैंने उन लोगों से कहा कि गांव के लोग आक्रोशित हो रहे हैं. उसके बाद लोगों के वहां जाने के बाद थानेदार ने अपने स्टाफ से कहा कि इन लोग को बाहर निकालो, इसी बात पर विवाद हुआ. इसके बाद मैंने पुलिस अधीक्षक से बात की वहां पर गए लोगों को वापस बुलाया.’
सिंहदेव की प्रतिक्रिया आई सामने
वहीं इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की भी प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यजनक बताया और कहा कि कानून को अपना काम करने देना चाहिए. ऐसी स्थिति में संयम बरतना चाहिए. बता दें, इस घटनाक्रम के 24 घंटे के अंदर ही ट्रेनी डीएसपी शुभम तिवारी को हटा दिया गया. इसके बाद युवा कांग्रेस ने पुलिस से बीजेपी विधायक के भाई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.