जानिए क्यों झारखंड से हुई छह कोबरा टीमों की वापसी, नक्सलियों के खिलाफ संभाल रखा था मोर्चा…!
रांची : झारखंड में नक्सलियों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इधर, केंद्र सरकार झारखंड को नक्सली उग्रवाद से मुक्त करने का दावा कर रही है. सीआरपीएफ की नक्सल विरोधी यूनिट कोबरा को झारखंड से बाहर नक्सलियों का मुकाबला करने के लिए भेजा जाएगा.
नक्सली इलाकों में टीम की होगी तैनाती
आधिकारिक सूचना के अनुसार बदता दें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल मुख्यालय की नई समीक्षा के बाद कोबरा की छह टीमें तेलंगाना और छत्तीसगढ़ भेजी जाएगी. साथ ही 3 टीमों को नई तैनाती योजना के अनुसार मार्च तक आगे बढ़ाया जाएगा. कोबरा फोर्स के कमांडरों का कहना है कि राज्य के जिन स्थानों पर नक्सली मौजूद है वहां टीम बुनियादी सुविधाओं के साथ ही तकनीकी वस्तुएं उन इलाकों में जाएगी, ताकि हर खतरे को खत्म किया जा सके. जानकारी के लिए बता दें कि कोबरा की टीमों को चेन्नापुरम, तिप्पापुरम और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में तैनात किया जाएगा.
एनएसजी को दी जा चुकी है ट्रेनिंग
राष्ट्रीय सुरक्षा गार् (एनएसजी ) को नक्सल विरोधी बलों से जंगल युद्ध कीा ट्रेनिंग दी जा चुकी है. केंद्रीय एजेंसियों ने ड्रोन की मदद से कई प्रकार की कार्रवाई की है. अब एनएसजी के कमांडर भी नक्सल वाद को खत्म करे में सीआरपीएफ के जवानों का साथ देंगे.
झारखंड को कराया जाएगा नक्सल मुक्त
सरकार करीब तीन दशक के बाद सुरक्षाबलों ने झारखंड के बुद्धा पहाड़ को नक्सलियों के वर्चस्व से मुक्त कराया है. सीआरपीएफ के पूर्व डीजी कुलदीप सिंह ने अनुसार बुद्ध पहाड़ एक नक्सल बहुल क्षेत्र था. उसको मुक्त करा दिया गया साथ ही हाल ही में एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर भी सफलतापूर्वक वहां उतरे गए है, सीआरपीएफ ने वहां कैंप लगाए हुए है. अब सभी इलाके में और अधिक कोबरा टीमों को तैनात किया जाएगा.
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