22-नवम्बर,2020
रायपुर-{सवितर्क न्यूज़} कोरोना वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार ने राज्य से चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्मचारियों की पूरी जानकारी मांगी है। इसमें एम्स ने अपने लगभग 3,000 कर्मियों की सूची केंद्र को पहले ही भेज दी है। वहीं, जिला स्तर पर मेडिकल कालेज, अस्पताल, निजी चिकित्सा संस्थानों से भी जानकारी मंगाई जा रही है। बता दें कि कोरोना वैक्सीन आने के बाद पहले चरण में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को लगाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सभी जिलों से लगभग 93 फीसद चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों का डाटा आ चुका है। जबकि सात फीसद ने अभी तक डाटा नहीं भेजा है। विभिन्न शासकीय और निजी अस्पतालों से कर्मियों की पूरी जानकारी आने के बाद उसकी समीक्षा की की जाएगी। इसके बाद यह पूरी जानकारी केंद्र सरकार को उपलब्ध कराई जाएगी।
जानकारी के अनुसार, दिंसबर तक राज्य का डाटा केंद्र को उपलब्ध कराया जाना है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सभी जिलों के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अपने क्षेत्र शासकीय व निजी चिकित्सा संस्थानों से जुड़े लोगों की जानकारी लेकर उसे केंद्र द्वारा बनाए गए पोर्टल पर अपलोड करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग में सभी सीएचसी, पीएचसी, निजी चिकित्सक और उनके स्टाफ, सीएमएचओ और उनके मातहत सभी रेगुलर व कांट्रेक्ट कर्मचारी, मेडिकल कॉलेज के डीन और स्टाफ, शासकीय अस्पताल के स्टाफ, मेडिकल कालेज सुपरीटेंडेंट के स्टाफ इत्यादि शामिल हैं। इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी समेत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी सहायिका के डेटा को तैयार किया भी तैयार कर रहे हैं।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरोना वैक्सीन आने से पहले चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की जानकारी एकत्र कर रहे हैं। प्रथम चरण में इन्हें वैक्सीन लगेगी। इसके लिए राज्य के पास 93 फीसद डाटा पहुंच चुका है। कुछ जगहों से जानकारी नहीं मिली है, जो जल्द उपलब्ध होगी। इसकी समीक्षा कर जानकारी केंद्र को उपलब्ध कराया जाएगा।

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