बिलासपुर ज़िले में असाक्षरों ने उत्साह के साथ दी आकलन परीक्षा,महापरीक्षा अभियान में एक साथ एक ही घर के कई सगे संबंधियों ने साथ में परीक्षा में भाग लिया
बिलासपुर, नीलेश मसीह– ज़िले मेें असाक्षरों के आकलन परीक्षा के दिन सुबह से ही मुनादी के माध्यम से हर गांव मोहल्ले में महापरीक्षा में शामिल होने का प्रचार प्रसार किया गया और शिक्षार्थी पर्ची का वितरण किया गया महा परीक्षा अभियान की शुरूवात स्वयं सेवकों, ग्रामसेवक, आगंनबाड़ी कार्यकर्ता कोटवार एवं केन्द्रों में शिक्षकों के द्वारा असाक्षरों का स्वागत गुलाल लगा कर की गई एवं परीक्षा में बिठाया गया। सुबह 10 बजे ही निरक्षकों की भीड़ हर विकासखंड के लगभग सभी केन्द्रों में दर्ज की गई । छत्तीसगढ़ के पितर त्यौहार मातृ नवमी होने के बावजूद इतनी लगन के साथ निरक्षकों ने परीक्षा केंद्रों में जाकर परीक्षा दी है।
साक्षर बनाने के लिए शासन के शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, राजस्व विभाग , महिला एवं बाल कल्याण आदि के अमले लगे हुए थे। महापरीक्षा अभियान कंट्रोल रूम से शाम पांच बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 78 प्रतिशत शिक्षार्थियों की उपस्थिति का आंकड़ा बताया गया जबकि देर रात तक सभी जगह से रिपोर्टिंग आने के बाद सही आंकड़ा पता चल पाएगा। इस महा परीक्षा अभियान में डॉ.सारांश मित्तर (आई.ए.एस) कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण बिलासपुर के स्थानीय छत्तीसगढ़ी बोली में भेजे गए पत्र ‘‘नेवता पाती‘‘ का खासा असर देखने को मिला है, साथ ही राजस्व विभाग के सभी अनुविभागीय अधिकारियों की सक्रियता ने इस अभियान को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस लिए यह महापरीक्षा अभियान में एक साथ एक ही घर के कई सगे संबंधियों ने साथ में परीक्षा में भाग लिया। डोंगरीपारा कोटा विकासखंड में तीन पीढ़ी बड़े ससुर, ससुर, सास और बहु ने एक साथ परीक्षा दी वही विकासखंड बिल्हा में परीक्षा केन्द्र खमतराई में सास-बहु श्रीमती ढेलिया यादव और श्रीमती रमिला यादव परीक्षा में बैठे, दर्रीघाट मस्तूरी में मॉ व बेटी ,वेद परसदा केन्द्र में तीन देवरानी-जेठानी श्रीमती फूलबाई, श्रीमती शशि, श्रीमती संतोषी, वहीं कोटा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भैसाझार , शक्तिबहरा बेलगहना में पति-पत्नि ने साथ बैठ कर परीक्षा दी। इसी तरह से तखतपुर विकास खंड के ग्राम बहतराई में शिक्षार्थी इतना उत्साहित थे, कि अपने ग्राम दबेना से 4 किलोमीटर चल कर श्रीमती अमेरिका , श्रीमती त्रिवेणी, कुंवर सिंह श्रीमती सवनी , श्रीमती उर्वशी, श्रीमती गीताबाई परीक्षा देने बहतराई केंद्र तक पहुंचे थे। परीक्षा में राज्य स्तरीय प्रेक्षक श्रीमती निधी अग्रवाल परीयोजना सलाहकार रा.सा.मि.प्रा.रायपुर ने जिला के परियोजना अधिकारी जितेन्द्र पाटले के साथ सभी विकासखंड के 2-2 केन्द्रों का निरीक्षण किया एवं केन्द्रों का कार्य एवं व्यवस्था की तारीफ की । परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए कोविड- 19 नियमों का पालन करते हुए दूर-दूर में बिठाकर परीक्षा दिलवाया गया। जिला स्तर में हर विकास खंड के लिए निरीक्षण दल गठित किया गया था जिसमें बिल्हा में एस.के.प्रसाद जिला शिक्षा अधिकारी, तखतपुर में संदीप चोपड़े सहायक संचालक, कोटा में अजय कौशिक सहायक संचालक, मनोज यादव , मस्तूरी में पी.दासरथी सहायक संचालक के दलों ने निरीक्षण किया गया। इस तरह विकासखंड स्तर में भी निरीक्षण दल नोडल अधिकारी के नेतृत्व में गठित किया गया था तखतपुर से श्रीमती वर्षा शर्मा, बिल्हा से श्रीमती सुनीता ध्रुव, मस्तूरी से शिवराम टंडन एवं कोटा से श्रीमती संध्या जायसवाल ,श्रीमती बीना निर्मलकर, बलदाऊ सिंह श्याम ने भी हर केन्द्रों की व्यवस्था एवं परीक्षा संचालन का निरीक्षण किया । जिला स्तरीय कंट्रोल रूम में रमेश कुमार गोपाल एपीओ जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, श्रीमती आशा उज्जैनी (आरपी), शिवनाथ यादव (आर.पी), रोशन शर्मा (आर.पी.) ने प्रत्येक दो दो घंटे में सभी केंद्रों से रिपोर्टिंग का कार्य किये। जिला के सभी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, विकास खण्ड परियोजना अधिकारी, बी आर सी सी, विकास खंड प्रभारियों केंद्राध्यक्ष ,शिक्षकों सहित स्वयं सेवी शिक्षकों की सराहनीय योगदान रहा।