जांजगीर-चाम्पा की राखियाँ राजधानी रायपुर के बाजार में सजेगी अलसी केला भिंडी अमारी व चेच भाजी के रेशे से निर्मित राखियां
तरणी राठौर:-जिले के नवाचारी कृषक रामाधार देवांगन व दीनदयाल यादव ने बिहान समूह की महिलाओं के सहयोग से तैयार कराया अनोखा तरीका की राखियां। अभी से ही मिल रही ऑर्डर। रक्षाबंधन के पर्व में इस बार बहनें अपने भाई के कलाई पर रेशमी या ऊन के राखियां से नहीं बल्कि अलसी केला भिंडी अमारी व चेच भाजी के रेशे से निर्मित राखियाँ सजेंगी। इस तरह की राखियाँ कृषि क्षेत्र में कई तरह की नवाचार कर जिले का नाम रोशन करने वाले चाम्पा शहर से लगे सिवनी के प्रगतिशील किसान 64 वर्षीय रामाधार देवांगन और समीपस्थ ग्राम बहेराडीह उर्फ भदरीपाली के युवा कृषक मित्र दीनदयाल यादव दोनों ने बिहान स्व सहायता समूह की महिलाओं के मदद से कई तरह की रंग बिरंगी आकर्षक राखियाँ तैयार
किया है जो आज 7 अगस्त को राजधानी रायपुर स्थित लाभांडी के पीएनबी के ट्रेनिंग सेंटर में स्टॉल लगाया जायेगा। तथा यहाँ के बिहान समूह के माध्यम से राजधानी के बाजार में यहाँ की इस तरह की अनोखा तरीका का राखियां विक्रय के लिए तैयार किया जा रहा है। राखियाँ के साथ होगी हर्बल गुलाल व अगरबत्ती।। जिले के बिहान स्व सहायता समूहों की महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़ने वाले अलसी केला अमारी भाजी के रेशे से कपड़ा बनाने का काम किया था लेकिन अब उन्होंने जिला प्रशासन के सहयोग से जिले के बिहान समूह की महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से कपड़ा निर्माण के साथ साथ इनके रेशे से रंग बिरंगी आकर्षक राखियाँ तैयार कराई जा रही है। बलौदा ब्लॉक के मॉडल गौठान ग्राम बहेराडीह के गंगे मईय्या स्व सहायता समूह समेत अकलतरा ब्लॉक के कापन व तिलई के स्व सहायता समूह की महिलाओं को पीआरपी श्रीमती ओमेश्वरी साहू के नेतृत्व में इसकी प्रशिक्षण दी जा रही है। राखियाँ के साथ में बिहान समूह के द्वारा बनाई गई हर्बल गुलाल व अगरबत्ती भी साथ में दी जाएगी। । ब्लॉक जिला व राज्य में होगी बिहान बाजार।। इस बार 22 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व है। इससे पहले सभी ब्लाक मुख्यालय से लेकर जिला व राज्य स्तर पर बिहान बाजार होगी। जिसमें इन सभी रेशों से निर्मित राखियाँ के साथ साथ हर्बल गुलाल व अगरबत्ती भी बिहान समूह की महिलाएं बिक्रय करेंगी।
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