बिलासपुर-[सवितर्क] विगत दिनों जब कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया था तब कारोबार प्रभावित होने के नाम पर व्यापारी इसका विरोध कर रहे थे। लेकिन अब कोरोना की भयावहता को समझकर व्यापारी स्वयं लॉक डाउन का समर्थन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन ने अपना मंसूबा स्पष्ट कर दिया कि वह अब लॉकडाउन लगाने के मूड में नहीं है, लेकिन इस दौरान भी बिलासपुर के थोक बाजार मंडी व्यापार विहार के व्यापारियों ने अभूतपूर्व निर्णय लेते हुए अपने कारोबार को सुबह 9:00 से शाम 4:00 बजे तक सीमित कर लिया है । व्यापारियों का मानना है कि यहां हर दिन 5000 से अधिक लोगों की आवाजाही होती है। ऐसे में सबकी जांच संभव नहीं और ना ही यहां सोशल डिस्टेंस का ही पालन हो रहा है। वे मानते हैं कि इस निर्णय से उनके व्यापार में घाटा तो होगा लेकिन वे इस घाटे को जान से अधिक कीमती नहीं मान रहे।
यही कारण है कि यहां के व्यापारियों ने आपसी बैठक कर व्यापार विहार के कारोबार को सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आगामी आदेश तक प्रभावी रहेगा। व्यापारी का कहना हैं कि जिस वक्त शहर में गिने-चुने मामले आ रहे थे उस वक्त सख्त लॉकडाउन लगाया गया और आज जब हर दिन 200 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं तो सब कुछ सामान्य कर दिया गया। इससे हालात नियंत्रित होने की बजाय बेकाबू होंगे। बिलासपुर व्यापार विहार के व्यापारियों ने सराहनीय कदम उठाया है लेकिन शहर के अन्य बाजार सामान्य समयावधि में खुल रहे हैं। हर तरफ भीड़ भाड़ नजर आ रही है। यही कारण है कि अब बाजार से लेकर अस्पताल ,दफ्तर से लेकर दुकान हर तरफ संक्रमण फैल रहा है। यहां तक कि अब बिलासपुर के अस्पतालों में बेड की भी कमी सामने आ रही है।
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