ग्राम पंचायत सुलोनी में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है
जनपद के जिम्मेदार अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही क्योंकि नहीं हुई
सारंगढ:- जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत सुलोनी में 14 वे वित्त योजना के राशि से बनाने वाले 3 लाख लागत के सीसी रोड़ की जगह चिन्हांकित करके सरपँच और सचिव सरकारी पैसा को गबन करके अपनी भ्रष्टाचार की लीला रच लेंगे लेकिन ऐसे भी भला कैसे हो सकता था।
9 महीने बीत जाने के बाद पुलिया की जगह को चिन्हांकित करके जेसीबी से चलने वाले मेड पार को अर्द्ध गति पर छोड़ा हुआ है।
जिसकी राशि भी पंचायत ने आहरण करके बिल वाउचर आहरण करके नीचे प्लीन्ट पलस्तर निर्माण कार्य करके छोड़ दिया गया था। जिसकी भ्रष्टाचार हुए
पुलिया निर्माण में अधिकतर जंगली पत्थर का इस्तेमाल
9 महीने तक पुलिया नही बनाया गया
निर्माण करवाया लेकिन अंधेर नगरी चौपट राजा के तर्जे पर हुई निर्माण पुलिया में अधिकर जंगली पत्थर का इस्तेमाल भारी मात्रा में किया गया है।
जिसको हम नही कह रहे बल्कि वस्तुस्थिति पर जाकर देखने से आपको प्रतीत हो जाएगा पुलिया की लंबाई और चौड़ाई में भी भ्रष्टाचार ने गन्ध लगा दी है जिसकी निर्माणाधीन सरपँच सचिव के हाथों भ्रष्टाचार की नीति पास हुई है।
पुलिया की कार्य प्रोग्रेस में थी उस दिन मटेरियल के साथ ही साथ जंगली पत्थर को बीच बीच मे अधिकतर मात्रा में डाला गया है।
जांच करन के उपरांत सच सामने आएगा।
जनपद के जिम्मेदार अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही क्योंकि नहीं हुई
ग्राम पंचायत सुलोनी में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है क्योंकि यहां ऐसे ऐसे निर्माण कार्यो पर मरम्मद किया गया करके राशि निकाल लिया गया और बिल व्हाउचर भी पेश हो गए जिसकी कार्य आज पर्यन्त तक मरम्मद नही हुआ और राशि निकल गयी जिसकी लिखित शिकायत सारंगढ जनपद पंचायत में 18 फरवरी 20201 को प्रस्तूत हो चुके है जिसकी आज तक न तो जांच दल बनी और न ही कोई जांच हुए आखिर सरकार ऐसे अधिकारी कर्मचारी ही क्यो नियुक्ति करते है जो आम जनता की शिकायत तो दूर जनहित में कार्य कर रहे पत्रकारों के लिखित शिकायत में कोई जांच नही होती तो कार्यवाही तो दूर की बात है।
पुलिया निर्माण पर भारी मात्रा में जंगली पत्थर की इस्तेमाल किया गया है
सीमेंट और गिट्टी की मिक्सींग पर जंगली पत्थर की इस्तेमाल हुआ है।
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