बिलासपुर, 10 अक्टूबर 2025।
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बिलासपुर में आदिम जाति कल्याण विभाग के एक क्लर्क को ₹10,000 रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोप है कि क्लर्क ने “अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना” की राशि जारी करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
🕵️♂️ मामला कैसे सामने आया?
- एक युवक ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने दुर्ग जिले की एक युवती से अंतरजातीय विवाह किया है और योजना के तहत सरकारी सहायता प्राप्त करने का आवेदन किया था।
- आवेदन को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में क्लर्क मनोज तोंडेकर ने युवक को कई दिन तक चक्कर लगवाया और बाद में ₹10,000 की मांग की।
- युवक ने ACB को लिखित शिकायत की, और एसीबी ने ट्रैप प्लान रचा। तय समय पर युवक ने क्लर्क को रिश्वत दी, और एसीबी की टीम ने तत्काल कार्रवाई कर गिरफ्तारी की।
💵 बरामदगी और जांच
- आरोपी क्लर्क के पास से ₹10,000 नकद जब्त किया गया।
- क्लर्क को नियंत्रित रास्ते से गिरफ्तार किया गया, और उसके कार्यालय की तलाशी ली गई।
- प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि वह इस तरह की अवैध वसूली पहले भी करता रहा है।
- अब उससे मामले की विस्तृत पूछताछ की जा रही है।