बिलासपुर। रायपुर मेकाहारा में डॉक्टर के साथ हुई गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार से गुस्साए सिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने मंगलवार को जमकर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया। अस्पताल परिसर में डेढ़ घंटे चले प्रदर्शन में एमबीबीएस छात्रों ने नहीं चलेगी-नहीं चलेगी डॉक्टरों के साथ दादागिरी नहीं चलेगी, अमन चैन का नारा है डॉक्टर ही सहारा है के नारे लगाए। डॉक्टरों ने अपने बैनर-पोस्ट में लिखा था कि मिलकर हमने ठानी है सबकी जान बचानी है। जब सबकी जान बचाते हैं तो बदले में बैर क्यों पाते हैं। हर मुश्किल में इंसान के साथ खड़े हैं। वो डॉक्टर हैं तभी तो बहुत बड़े हैं। तभी कहता हूं थोड़ा तमीज से पेश आना वरना किसी डॉक्टर के पास मत जाना। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि बीते कुछ समय में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के खिलाफ हमने यह विरोध किया है। हर व्यक्ति को जल्दी इलाज चाहिए। सब अपना एप्रोच लगवाकर आते हैं। हमारे पास जो संसाधन हैं, उतने में ही तो हमें सबका इलाज करना है। कुछ लोग शराब पीकर आते हैं और हम डॉक्टरों के साथ गाली-गलौच करते हैं। मारपीट तक कर देते हैं। डॉक्टरों के साथ इस तरह का व्यवहार न किया जाए इसी के विरोध में मंगलवार को नारेबाजी की गई। बता दें कि सोमवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर (मेकाहारा) अस्पताल में एक पुलिसकर्मी कैदी को लेकर उसका एमआरआई कराने पहुंचा था। इसी दौरान इलाज में हो रही लेटलतीफी के चलते जेल प्रहरी गुस्से में आ गया और जांच कब होगी यह पूछने लगा। इतने में ही कुछ देर बाद डॉक्टरों के साथ गाली-गलौज करने लगा। डॉक्टरों ने जेल प्रहरी से पूछा कि आपका अधिकारी कौन है, उनका फोन नंबर दीजिए। लेकिन नंबर नहीं देते हुए उनसे उलझ गया।
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