छत्तीसगढ़: बीजापुर में नक्सलियों की ‘बीयर बम’ साजिश नाकाम, DRG ने दिखाई बहादुरी

राजेंद्र देवांगन
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बीजापुर, 28 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की एक खतरनाक साजिश को डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के जवानों ने नाकाम कर दिया। नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए बीयर की बोतलों में बम छिपाकर जंगल के दुर्गम इलाकों में दबा रखा था। लेकिन DRG की सतर्कता और तकनीकी विशेषज्ञता ने इस साजिश को विफल कर दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।

जंगल में छिपा था ‘बीयर बम’ का जाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना बीजापुर के कर्रेगुट्टा और राजगुट्टा के घने जंगलों में हुई, जहां नक्सलियों ने जवानों को लुभाने और नुकसान पहुंचाने के लिए बम को बीयर की बोतलों में पैक किया था। इन बमों को जमीन के अंदर इस तरह दबाया गया था कि कोई भी अनजाने में इसका शिकार हो सकता था। DRG की एक टुकड़ी ने गश्त के दौरान एक संदिग्ध सप्लाई वायर देखा, जिसके बाद तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया गया।

तकनीक और साहस का शानदार प्रदर्शन
DRG ने कमांड तकनीक का उपयोग कर सावधानीपूर्वक बम को खोजा और उसे डिफ्यूज किया। इस ऑपरेशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें जवानों की निपुणता और साहस साफ झलकता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के ‘बीयर बम’ नक्सलियों की नई रणनीति का हिस्सा हैं, जिसका मकसद सुरक्षाबलों को भटकाना और नुकसान पहुंचाना है।

नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक ने इस ऑपरेशन को नक्सल विरोधी अभियान में एक और सफलता करार दिया। उन्होंने कहा, “हमारे जवान न केवल बहादुर हैं, बल्कि तकनीकी रूप से भी सक्षम हैं। इस तरह की साजिशों को नाकाम करना हमारी प्राथमिकता है।” हाल के महीनों में, छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चलाकर उनके कई ठिकानों को ध्वस्त किया है। कई नक्सली या तो मारे गए हैं, गिरफ्तार हुए हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

जवानों की सतर्कता से बची अनमोल जानें
इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नक्सलियों की हर साजिश के जवाब में सुरक्षाबल पूरी तरह तैयार हैं। स्थानीय लोगों ने भी DRG की इस कार्रवाई की सराहना की है। एक ग्रामीण ने कहा, “ये जवान हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात जंगल में तैनात रहते हैं। उनकी वजह से हम नक्सलियों के खौफ से मुक्त हो रहे हैं।”

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)