बिलासपुर: विशेष चेकिंग अभियान में 300 से अधिक संदिग्ध पकड़े, ICJS पोर्टल से आपराधिक रिकॉर्ड की जांच

राजेंद्र देवांगन
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बिलासपुर, 27 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए रविवार को विशेष चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान 300 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़कर सघन पूछताछ की गई। अधिकांश संदिग्ध पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, मिदनापुर और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बिलासपुर आए हैं। उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच ICJS (Interoperable Criminal Justice System) पोर्टल के जरिए की जा रही है।

अभियान का विवरण

  • नेतृत्व: SSP रजनेश सिंह के निर्देशन और ASP राजेंद्र कुमार जायसवाल के नेतृत्व में अभियान चलाया गया।
  • क्षेत्र: तोरवा, तारबाहर, सिविल लाइन, सरकंडा, और सिरगिट्टी थाना क्षेत्रों में सघन चेकिंग की गई।
  • फोकस: बाहरी राज्यों से आए संदिग्ध व्यक्तियों और स्थानीय 20 सक्रिय गुंडे-बदमाशों की जांच।
  • प्रक्रिया:
  • 300 से अधिक संदिग्धों को थानों में लाकर उनकी पहचान, निवास स्थान, दस्तावेज, और गतिविधियों की जांच की गई।
  • फिंगरप्रिंट्स लेकर डाटाबेस में आपराधिक रिकॉर्ड के साथ मिलान किया जा रहा है।
  • जिनके पास उचित दस्तावेज नहीं थे या जिनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।

आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल

  • पुलिस ने ICJS पोर्टल का उपयोग कर संदिग्धों के आपराधिक इतिहास की जांच शुरू की है। यह पोर्टल पुलिस, कोर्ट, और जेल रिकॉर्ड को एकीकृत करता है, जिससे त्वरित और सटीक जानकारी मिलती है।
  • संदिग्धों में से कुछ के खिलाफ अवैध शराब बिक्री, चोरी, और गांजा तस्करी जैसे मामलों में कार्रवाई की गई, जिसमें 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

SSP का बयान

SSP रजनेश सिंह ने कहा, “पुलिस जनसुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भविष्य में भी ऐसे अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे।” उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन को गंभीरता से लेने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए।

जनता से अपील

बिलासपुर पुलिस ने आम जनता से अनुरोध किया है कि यदि उन्हें अपने आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखे, तो तुरंत नजदीकी थाने या डायल-112 सेवा के माध्यम से सूचित करें।

पृष्ठभूमि और संदर्भ

  • पहलगाम आतंकी हमला: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के बाद छत्तीसगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया।
  • पिछली कार्रवाइयां:
  • बिलासपुर में 2023 में निजात अभियान के तहत शराब पीकर वाहन चलाने वालों और अवैध नशे के कारोबारियों पर कार्रवाई की गई थी।
  • रायगढ़ और दुर्ग में भी इसी तरह के अभियान में 50 और 43 संदिग्धों की जांच की गई।
  • सुरक्षा चिंताएं: बाहरी राज्यों से आए मजदूरों, खासकर पश्चिम बंगाल और यूपी से, के बिना वेरिफिकेशन रहने से आपराधिक गतिविधियों का खतरा बढ़ा है। ठेकेदारों द्वारा मुसाफिरी दर्ज न कराने की समस्या भी सामने आई है।

प्रभाव

  • सकारात्मक: अभियान से आपराधिक तत्वों में डर का माहौल है, और स्थानीय लोग पुलिस की सक्रियता की सराहना कर रहे हैं। यह बिलासपुर में कानून व्यवस्था को मजबूत करने में मददगार साबित होगा।
  • चिंताएं: वैध दस्तावेज वाले बाहरी मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनके बीच असंतोष है। पुलिस को यह सुनिश्चित करना होगा कि निर्दोष लोग प्रभावित न हों।
  • आगे की राह: बाहरी व्यक्तियों के लिए अनिवार्य वेरिफिकेशन, ठेकेदारों पर सख्ती, और ICJS पोर्टल का नियमित उपयोग लंबे समय तक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।

बिलासपुर पुलिस का यह विशेष चेकिंग अभियान शहर में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। निरंतर निगरानी और जनसहयोग से आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)