छत्तीसगढ़ में दो शादियों के खाने से 96 लोग बीमार, 69 बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार

राजेंद्र देवांगन
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बिलासपुर और कोरबा की घटनाएं, कई बच्चों की हालत गंभीर, जांच में जुटा प्रशासन

बिलासपुर/कोरबा, 25 अप्रैल 2025

छत्तीसगढ़ के दो जिलों में शादी समारोह के खाने से फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है। बिलासपुर और कोरबा में अलग-अलग वैवाहिक कार्यक्रमों के बाद 96 लोग बीमार हो गए, जिनमें 69 बच्चे शामिल हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बनी रही, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बिलासपुर में सब्जी खाने से 45 बीमार

बिलासपुर जिले के कोनी थाना क्षेत्र के तुर्काडीह गांव में रामाधार सांडे के घर शादी समारोह चल रहा था। बुधवार को मेहमानों को परोसे गए भोजन में आलू-लौकी और भिंडी की सब्जी बनाई गई थी। खाना खाने के बाद गुरुवार शाम से कई लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी।

रात 7 बजे तक 45 लोगों को सिम्स अस्पताल लाया गया, जिनमें दो को गंभीर हालत के चलते ICU में भर्ती किया गया। सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति के अनुसार, सभी मरीजों का इलाज जारी है और अधिकांश की हालत अब स्थिर है।

कोरबा में बूंदी खाने से 51 लोग बीमार, 43 बच्चे शामिल

कोरबा जिले के भेसमा गांव के पहाड़ी पारा में अमित कुमार सारथी की शादी में पॉलिथीन में पैक बूंदी परोसी गई थी। गुरुवार रात 12 बजे के बाद लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हुई। 108 एंबुलेंस की मदद से सभी मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अस्पताल के डीन डॉ. कमल किशोर सहारे ने बताया कि 51 लोगों की तबीयत बिगड़ी, जिनमें 43 बच्चे और 6 बुजुर्ग शामिल हैं। तीन बच्चों की हालत चिंताजनक थी, लेकिन समय पर इलाज से अब स्थिति नियंत्रण में है।

प्रशासन सतर्क, जांच जारी

बिलासपुर में सूचना मिलते ही सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेजा और पारिवारिक आयोजनों में स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

कोरबा में सीएसपी भूषण ने बताया कि कुछ लोगों ने बूंदी वहीं खाई थी जबकि कुछ घर ले गए थे। प्रशासन और पुलिस दोनों मामले की जांच में जुटे हैं। अस्पताल के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है, जो अपने परिजनों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने दिया अलर्ट

इन घटनाओं के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को सलाह दी है कि किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और भंडारण पर विशेष ध्यान दें। दूषित या लंबे समय तक खुले रखे गए खाने से फूड प्वाइजनिंग की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।

फिलहाल सभी मरीज खतरे से बाहर

दोनों जिलों में अब हालात नियंत्रण में हैं और डॉक्टरों की टीम मरीजों की लगातार निगरानी कर रही है। प्रशासन द्वारा भोज्य सामग्री के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)