उज्जैन। महिदपुर तालुका के झारखेड़ी गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर बैजनाथ के पास गुरुवार को तेंदुए का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।
वन विभाग ने शव कब्जे में लिया
ग्रामीणों के सूचना देने पर तुरंत मौके पर पहुंची उज्जैन वन विभाग की टीम ने तेंदुए को जब्त कर महिदपुर स्थित वन विभाग कार्यालय लाया। डीएफओ पी.डी. गेब्रियल ने बताया कि शव के आसपास शिकार या संघर्ष के कोई भी निशान नहीं मिले।
पोस्टमॉर्टम में प्राकृतिक मौत का संकेत
महिदपुर वन अनुसंधान केंद्र में डॉक्टरों की टीम ने तेंदुए का पोस्टमॉर्टम किया। उन्होंने वायरस, विषाक्तता और अंग-तोड़ने के सबूत तलाशने के लिए विसरा (टिशू) नमूने एकत्रित किए। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, तेंदुए की मृत्यु प्राकृतिक कारणों—संभावित रोग या बूढ़ापे—से हुई प्रतीत होती है, क्योंकि शरीर पर कोई बाहरी चोट या पिंजड़े के निशान नहीं हैं।
अज्ञात मार्ग से आया था क्षेत्र में
डीएफओ गेब्रियल ने यह भी कहा कि बैजनाथ के आसपास कोई बड़ा वनक्षेत्र नहीं है और इस क्षेत्र में तेंदुए के मूवमेंट का कोई पुराने रिकॉर्ड मौजूद नहीं। इस बात की भी जांच की जा रही है कि यह वन्यजीव यहां कैसे पहुंचा।
उल्लेखनीय है कि संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने वाले वन्यजीवों के मामलों में विभाग द्वारा विसरा परीक्षण और आसपास के कैमरा ट्रैप फुटेज की समीक्षा अनिवार्य होती है। महिदपुर टीम द्वारा भी इलाके में लगे कैमरों की पड़ताल जारी है।