डोंगरगढ़ के करवारी रोड पर मिले देवलाल मंडावी के खून से लथपथ शव के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मृतक के दोस्त और ईंट भट्ठा ठेकेदार ओमकार मंडावी ने उधार दिए ढाई लाख रुपये की वसूली न होने और झूठे केस में फंसाने की धमकी से परेशान होकर उसकी हत्या की सुपारी दे दी थी।
5-6 लाख में तय हुआ सौदा, भांजे और दोस्त ने दिया साथ
पुलिस जांच में पता चला कि ओमकार मंडावी ने अपने करवारी निवासी भांजे महेंद्र नेताम से देवलाल को रास्ते से हटाने की बात कही थी। महेंद्र ने अपने दोस्त योगेश चौरे को इस काम के लिए तैयार किया, जिसके लिए 5 से 6 लाख रुपये देने का वादा किया गया था।
शराब पिलाकर सागौन की लकड़ी से हत्या
योजना के तहत आरोपियों ने टूटी बाइक का बहाना बनाकर देवलाल को बुलाया और उसे शराब पिलाई। 20 अप्रैल की रात जब वह नशे में करवारी रोड की ओर जा रहा था, तभी महेंद्र और योगेश ने उसका पीछा किया और सागौन की मोटी लकड़ी से उसके सिर और चेहरे पर वार कर हत्या कर दी।
सीसीटीवी और कॉल डिटेल से पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और अन्य सबूतों के आधार पर तीनों आरोपियों – ओमकार मंडावी, महेंद्र नेताम और योगेश चौरे – को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।