कोरबा में एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ भू-विस्थापितों का जोरदार विरोध

राजेंद्र देवांगन
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कोरबा। छत्तीसगढ़

एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ जोरदार विरोध

कोरबा में छत्तीसगढ़ किसान सभा एवं भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने एसईसीएल कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने प्रबंधन के खिलाफ प्रर्दशन कर CMD व कुसमुंडा जीएम का पुतला दहन किया।

एफआईआर दर्ज करने का आरोप

प्रदर्शन का मुख्य कारण प्रबंधन द्वारा लिखित समझौते की अवहेलना कर आंदोलनकारी नेता प्रशांत झा समेत 13 भू-विस्थापितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना बताया गया है। यह कार्रवाई कल की 12 घंटे की खदान बंद हड़ताल से जुड़ी है, जिसे प्रबंधन के साथ देर शाम समझौते के बाद समाप्त किया गया था।

भू-विस्थापितों की मांगें बची अनसुलझी

समझौते में लंबित रोजगार मामलों के निपटारे का वचन दिया गया था, लेकिन 13 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराए जाने से असंतोष बढ़ गया। इस पर संघ ने पुनः विरोध जताया।

आगे की रणनीति

किसान सभा के जिला सचिव दीपक साहू ने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिनों में वार्ता में समाधान नहीं निकला, तो 7 मई से खदान बंद कर हड़ताल और तेज की जाएगी। “हम अपने हक की लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ेंगे,” उन्होंने कहा।

प्रदर्शन में सामाजिक एकजुटता

प्रदर्शन में सुमेंद्र सिंह कंवर, जय कौशिक, दामोदर श्याम, रेशम यादव, रघु यादव सहित बड़ी संख्या में भू-विस्थापित व ग्रामीण शामिल थे। कुसमुंडा पुलिस मौके पर मौजूद रही और पुतला दहन की जानकारी प्रबंधन को दी गई।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)