हरदा। खिरकिया नगर परिषद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) श्री आत्माराम सांवरे मंगलवार को लोकायुक्त टीम ने भवन निर्माण अनुमति में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तारियाँ भगवानदास सेन की शिकायत पर आधारित थीं, जिसमें आरोप था कि CMO ने मकान का प्रति अनुमति फाइल के एवज में पाँच हज़ार रुपये की मांग की।
लेकिन अब भीम आर्मी और SC–ST युवा संघ ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित षड्यंत्र बताते हुए विवाद खड़ा कर दिया है। दोनों संगठनों ने संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार नागू को ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच कमेटी गठित करने की मांग की है।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
भीम आर्मी के संभागीय अध्यक्ष महेंद्र काशिव और SC–ST युवा संघ के अध्यक्ष राहुल पवारे का कहना है कि शिकायतकर्ता भगवानदास सेन के परिवार पर खुद भरमार शिकायतें हैं। आरोप है कि सेन परिवार के बेटे करण सेन पर आवास योजना के तहत पैसे लेने की शिकायतें आने पर CMO ने उसे आवास शाखा से हटा दिया था। इस प्रतिकूल माहौल में ही शिकायत दर्ज कर CMO को फंसाया गया।
दोनों संगठनों ने दावा किया है कि जिस फाइल के लिए पैसे लेने का आरोप है, वह अनुमति पहले ही जारी हो चुकी थी। लोकायुक्त के अनुसार पकड़ी गई केवल रासायनिक जांच में पैसे केवल CMO की हथेली पर मिले, उंगलियों पर नहीं, जिससे संदेह और गहरा गया है कि पैसे CMO के हाथ में थमाए गए हों।
निष्पक्ष जांच की मांग
ज्ञापन में संगठनों ने मांग की है कि—
- वरिष्ठ अधिकारियों की अध्यक्षता में स्वतंत्र जांच कमेटी गठित की जाए।
- कमेटी तीन दिन में प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
- जांच पूरी होने तक CMO सांवरे को अस्थायी रूप से बर्खास्त रखा जाए।
ज्ञापन सौंपने के मौके पर भीम आर्मी खिरकिया नगर अध्यक्ष मंगलेश पांडे सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति उनका जीरो टॉलरेंस नीति ही सच्ची हो सकती है, न कि राजनीतिक दबाव से गिरफ्तारियाँ।
अभी तक लोकायुक्त या प्रशासन की ओर से इस ज्ञापन पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। निदान हो, तो ही स्पष्ट होगा कि यह घोटाला था या फिर सत्ता संघर्ष का नया अध्याय।