सुकमा तेंदूपत्ता बोनस घोटाले मामले पर ACB-EOW ने इस प्रबंधकों और पूर्व MLA के ठिकानों पर की छापेमारी …

राजेन्द्र देवांगन
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सुकमा जिले में तेंदूपत्ता बोनस वितरण में गड़बड़ी के मामले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की टीम ने गुरुवार को बड़ी छापेमारी की। यह जिले में इस मामले को लेकर दूसरी बड़ी कार्रवाई है। जांच टीम ने कोंटा के चार ठिकानों और सुकमा में पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के घर पर दबिश दी। सभी स्थानों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और पूछताछ की।

डीएफओ के बाद प्रबंधक निशाने पर
इससे पहले सुकमा के तत्कालीन डीएफओ अशोक पटेल के बंगले सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, जिसके बाद उन्हें राज्य शासन के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया था। अब ताजा कार्रवाई में तेंदूपत्ता प्रबंधकों और अन्य संलिप्त लोगों को निशाना बनाया गया है। कोंटा, एर्राबोर और पालाचलमा के प्रबंधकों के घरों पर भी जांच टीम ने दबिश दी। टीम ने डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी के पास से 2,66,300 रुपये जब्त किए हैं।

2021 के बोनस वितरण में करोड़ों की हेराफेरी

यह पूरा मामला साल 2021 के तेंदूपत्ता बोनस वितरण में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी से जुड़ा है। जांच में प्रबंधकों की संलिप्तता सामने आने के बाद ACB और EOW ने छापेमारी तेज कर दी है। जानकारी के मुताबिक, बोनस वितरण में अनियमितताओं की शिकायतों के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। जांच टीम दस्तावेजों की पड़ताल और पूछताछ में जुटी है।

पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के घर भी छापा

सुकमा में पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के आवास पर भी ACB और EOW की टीम पहुंची। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया। सभी ठिकानों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं ताकि जांच प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।

पूछताछ और दस्तावेजों की जांच जारी

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम तेंदूपत्ता बोनस मामले में प्रबंधकों से गहन पूछताछ कर रही है। कोंटा, एर्राबोर और पालाचलमा में प्रबंधकों के घरों पर कार्रवाई जारी है। जांच के दौरान बोनस वितरण से जुड़े दस्तावेजों और लेन-देन की जानकारी जुटाई जा रही है। यह कार्रवाई तेंदूपत्ता संग्रह और बोनस वितरण में पारदर्शिता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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