मुंगेली। छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर जीत का परचम लहराया है। लेकिन अपने गढ़ मुंगेली नगरपालिका में कद्दावर नेताओं की मौजूदगी के बाद भी बीजेपी अपनी साख नहीं बचा सकी। यहां पर कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस के रोहित शुक्ला ने बीजेपी के शैलेश पाठक को 1545 मतों से हराकर जीत हासिल की है और नगरपालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। मुंगेली में इस बार कांग्रेस के 11, बीजेपी के 10 और 1 निर्दलीय पार्षद चुनाव जीतकर आए हैं।
कांग्रेस में बहुमत के बाद भी, भाजपा के जय हुए विजय
मुंगेली में उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन 7 मार्च को हुआ। जिसमे भाजपा के जयप्रकाश मिश्रा उपाध्यक्ष के लिए विजयी हुए। जयप्रकाश मिश्रा को वैध 13 मत मिला। 01 मत अवैध व निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अरविंद वैष्णव को 08 मत मिले।
मुंगेली उपाध्यक्ष चुनाव पद में क्रॉस वोटिंग और दल-बदल की राजनीति

स्थानीय जनप्रतिनिधियों व वरिष्ठ नागरिकों ने बताया कि उन्हे पहले से ही अंदेशा था कि निर्वाचन के समय, कुछ न कुछ राजनीतिक उठा पटक होगा। जिसका परिणाम यह हुआ कि बीजेपी ने कांग्रेस के मुंह से निवाला छीनकर बाजी मार ली और उपाध्यक्ष पद पर अपने पार्षद को विराजमान कर दिया । निकाय चुनाव में दल बदल नियम लागू नही होता इसमें कोई भी पार्षद किसी भी पार्टी का दामन थाम सकता है।
उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रशासन उठाए सख्त कदम

भले ही प्रशासन ने यह दावा किया है कि, वह निष्पक्ष चुनाव करा रही है लेकिन ऐसे चुनाव में गोपनीयता भंग करने का काम किया जाता है। इसको ध्यान में रखकर प्रशासन को सख्त कदम उठाना होगा ताकि गोपनीयता बनी रहे और निष्पक्ष चुनाव हो सके।
इस तरह के चुनाव में अक्सर यह देखा गया है कि, दोनों ही पार्टी अपने प्रतिनिधियों को बैलेट पेपर पर एक निश्चित स्थान पर निशान करके मत देने का दबाव बनाती है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि, किस मतदाता ने किसको वोट दिया है या क्रॉस किया है। इसमें चुनाव की निष्पक्षता और गोपनीयता हमेशा भंग होती है।
नगर पंचायतों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में गड़बड़ी, विपक्ष ने आरोप लगाते हुए सरकार से मांगा जवाब

रायपुर 06-Mar-2025। प्रदेश के जिला पंचायत, नगर पंचायतों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में गड़बड़ी का मामला पहले ही सदन में गूंज चुका है। जहां विपक्ष के सदस्य भूपेश बघेल, अनिला भेड़िया, सावित्री मंडावी, द्वारकाधीश यादव, उमेश पटेल ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि इन चुनावों में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। जहां भी कांग्रेस के सदस्य अधिक हैं वहां चुनाव निरस्त कर दिया है। अधिकारी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। विपक्ष ने इस पर सरकार से जवाब मांगा परन्तु सरकार से कोई जवाब नहीं आने पर विपक्ष के सभी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।
