16वें ट्राइबल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जयपुर भेजे गए 30 युवा, सांस्कृतिक और प्रशासनिक संरचनाओं का किया अवलोकन
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के 30 आदिवासी युवाओं को 16वें ट्राइबल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत राजस्थान के जयपुर शहर का भ्रमण कराया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सीआरपीएफ की 02वीं बटालियन के कमांडेंट रति कान्त बेहेरा के निर्देशन में किया गया, जिसमें नेहरू युवा केंद्र संगठन की भी अहम भूमिका रही।
कार्यक्रम के तहत 6 युवक और 24 युवतियां सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों जैसे जगरगुंडा, चिंतागुफा, फुलबगड़ी, द्रोनापाल, केरला पाल, इंजराम, डुब्बाकोंटा, पुनपल्ली, गोलापल्ली एवं गादीरस से चयनित किए गए और 25 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक जयपुर के महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण कराया गया।
राजस्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से परिचय
जयपुर प्रवास के दौरान युवाओं ने हवा महल, आमेर किला, जल महल, गवर्नर हाउस, राजस्थान विधानसभा, जंतर-मंतर, सिटी पैलेस, अनंतपुर और आरएएफ कैंप का दौरा किया। इस दौरान उन्हें इन स्थलों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक महत्व की जानकारी दी गई।
युवाओं को राजभवन में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ दागड़े से भी मुलाकात करने का अवसर मिला, जहां उन्होंने राज्यपाल से संवाद किया और अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए।
भाषण प्रतियोगिता में सुकमा के रायचंद्र सिंह ने जीता पुरस्कार
जयपुर यात्रा के दौरान विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गईं, जिसमें भाषण प्रतियोगिता में सुकमा जिले के रायचंद्र सिंह ने दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। उन्हें नगद पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों ने अन्य सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रमों में भी भाग लिया।
भ्रमण से युवाओं को मिली नई दृष्टि, भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों की मांग
यात्रा से लौटने के बाद, सीआरपीएफ 02वीं बटालियन के कमांडेंट रति कान्त बेहेरा ने युवाओं से उनके अनुभवों के बारे में चर्चा की। प्रतिभागियों ने बताया कि इस यात्रा से उन्हें देश के विकास, सांस्कृतिक धरोहरों और प्रशासनिक संरचनाओं को नजदीक से देखने का मौका मिला।
युवाओं ने सरकार से आग्रह किया कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए, ताकि आदिवासी युवाओं को देश की वास्तविक तस्वीर देखने और समझने का अवसर मिलता रहे।
कमांडेंट ने युवाओं को प्रेरित किया
कमांडेंट रति कान्त बेहेरा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस यात्रा से उन्हें जो अनुभव मिले हैं, उन्हें वे अपने गांवों में साझा करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। इस अवसर पर 02वीं बटालियन के अधिकारी पवन कुमार, अनामी शरण, डॉ. नितेश नानाजी पाचके, राजेंद्र कुमार, राजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर कमांडेंट ने युवाओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें उनके गांवों के लिए रवाना किया।