बिलासपुर. मंगलवार को बिलासपुर सांसद अरुण साव ने बिलासपुर संसदीय क्षेत्र के मुख्यालय स्थित विभिन्न शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, शासकीय हाई स्कूल में सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति की। यहां होने वाले विद्यालयों की बैठक, आयोजनों में यह सदस्य सांसद का प्रतिनिधित्व करेंगे। विधिवत जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर सांसद अरुण साव ने कहा कि उनके द्वारा विकासखंड शिक्षा अधिकारी बिल्हा और संबंधित विद्यालयों के प्राचार्य को इसकी विधिवत सूचना दी जाए ताकि आने वाले दिनों में इसे लेकर कोई संदेह ना रहे। असल में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल एक बार फिर से अपने कार्यकर्ताओं को संगठित करते नजर आ रहे हैं।
सरकार जाने के बाद उनके पास अपने कार्यकर्ताओं को देने के लिए बहुत अधिक पद शेष नहीं रह गए हैं। संगठन की जिम्मेदारी देने के बाद शेष बचे कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत भारतीय नगर निवासी राकेश लालवानी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला शंकरनगर की जिम्मेदारी दी गई है। राकेश लालवानी पहले भी युवा मोर्चा पूर्वी मंडल के अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में वे भाजपा कार्यसमिति के सदस्य हैं। इससे पहले भी सांसद लखनलाल साहू के कार्यकाल में उनके पास सांसद प्रतिनिधि होने का अनुभव रहा है। इसके अलावा अमित बजाज को राजेंद्र नगर स्कूल, रामायण सूर्यवंशी को जरहाभाटा हाई स्कूल, पंकज श्रीवास्तव को देवकीनंदन कन्या शाला, सरिता ठाकुर को कुदुदंड माध्यमिक शाला, मधुसूदन राव को तार बाहर स्कूल , ईश्वर रजक को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्कूल ,दस्तगीर भाभा लाला को लाल बहादुर शास्त्री मिडिल स्कूल, मदन शर्मा को लाला लाजपत राय हाई स्कूल, उमेश मिश्रा को सरकंडा बालक शाला, सुरेंद्र सिंह ठाकुर को महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल और शेष नारायण गंगोत्री को मल्टीपरपज स्कूल के लिए सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है । जानकार बता रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी अभी से आगामी चुनाव की तैयारी आरंभ कर चुकी है।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता किसी वजह से अमर अग्रवाल से रूठ कर उनसे और पार्टी से दूर जा रहे थे, अब उन्हें भी मनाने का क्रम आरंभ हो चुका है, जिसकी झलक मकर संक्रांति पर अमर अग्रवाल के फार्म हाउस में आयोजित पार्टी में भी देखी गई, जहां एक बार फिर कई पुराने चेहरे नजर आए जो काफी दिनों से बंगले में नजर नहीं आ रहे थे । धीरे-धीरे सारे गिले-शिकवे दूर हो रहे हैं लेकिन अभी भी पार्टी के साथ रूठे हुए कुछ ऐसे कार्यकर्ता भी है जो कभी पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के बेहद करीबी थे, लेकिन उनके संबंधों के बीच जमी बर्फ अभी भी नहीं पिघली है, जबकि यह ना तो इन नेताओं के और नहीं पार्टी के हित में है। इसलिए समझदारी दिखाते हुए दोनों पक्षों को इस दिशा में पहल करनी होगी, तभी बिलासपुर में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी मजबूती के साथ चुनाव लड़ पाएगी ,क्योंकि जूते के भीतर मौजूद एक भी कंकड़ सफर को बेहद कठिन बना देता है। कई जहाज अपने ही वजन से डूबते देखे गए हैं ।इसलिए चुनाव से पहले अगर पूर्व मंत्री अपने रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाने में कामयाब हुए तो माना जा सकता है कि उन्होंने पहला किला तो फतह कर ही लिया है
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