नई दिल्ली। देश के 76वें गणतंत्र दिवस को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। BSF ने अपने सभी क्षेत्रीय संरचनाओं में ‘ऑप्स अलर्ट’ अभियान शुरू किया है, जिसके तहत सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त और अन्य सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है। यह अभियान 31 जनवरी तक जारी रहेगा।
BSF के अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी कमान) रवि गांधी ने सभी क्षेत्रीय इकाइयों को विशेष रूप से नदी सीमाओं और बिना बाड़ वाली सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है।
BSF ने सुरक्षा कड़ी की, सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ी चौकसी
भारत-बांग्लादेश के बीच 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो पश्चिम बंगाल से लेकर मेघालय तक फैली हुई है। गणतंत्र दिवस से पहले संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए BSF ने रणनीतिक तैयारियों को तेज कर दिया है। BSF के मुख्य विशेष महानिदेशक (पूर्वी कमान) के जनसंपर्क अधिकारी ने जानकारी दी कि अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी खुद दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमावर्ती इलाकों का दौरा कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
‘ऑप्स अलर्ट’ के तहत क्या होंगे कदम?
BSF द्वारा शुरू किए गए ‘ऑप्स अलर्ट’ अभ्यास के तहत निम्नलिखित महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे:
- सीमा पर गश्त और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
- आंतरिक इलाकों में विभिन्न सुरक्षा अभ्यास किए जाएंगे।
- सीमावर्ती आबादी के साथ संवाद स्थापित कर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- आपात स्थितियों से निपटने के लिए परिचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा की जाएगी।
BSF के अधिकारी ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य सीमा सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाना है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
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