कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का अमित शाह पर हमला: दलितों का अपमान करने का आरोप

राजेन्द्र देवांगन
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की है और इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरते हुए कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी।

कांग्रेस अध्यक्ष का बयान

खरगे ने कहा, “अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया है और यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर किसी ने बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ कुछ कहा है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं, जो यह दर्शाता है कि वे अमित शाह के बयान से सहमत हैं। खरगे ने मांग की कि यदि प्रधानमंत्री मोदी को बाबा साहेब आंबेडकर का सम्मान है, तो उन्हें आज ही अमित शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए।

संविधान के प्रति अविश्वास का आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, “ये लोग संविधान में विश्वास नहीं करते हैं और हमेशा संविधान के नायक बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करते हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार दलितों और उनके नायकों का हमेशा अपमान करती रही है, जबकि संविधान को नजरअंदाज किया जाता है।

अमित शाह का विवादास्पद बयान

दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर का नाम लेना फैशन बना लिया है। उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस ने आंबेडकर की जगह भगवान का नाम लिया होता, तो उन्हें सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।” शाह का यह बयान तेजी से विवाद का कारण बना, और कांग्रेस पार्टी ने इसका तीखा विरोध किया।

किरेन रिजिजू का बचाव

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अमित शाह के बयान का बचाव करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न नहीं देकर और चुनावों में हारकर उनका अपमान किया था। रिजिजू ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया और 1952 में उन्हें चुनाव में हराया। इसके बाद विदर्भ में हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस ने आंबेडकर को हराया। यदि कांग्रेस ने उन्हें नहीं हराया होता, तो बाबा साहेब 1952 के बाद भी संसद का हिस्सा होते।”

अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया: रिजिजू

रिजिजू ने यह भी कहा कि विपक्ष अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है। उन्होंने कहा, “अमित शाह के राज्यसभा भाषण की एक छोटी क्लिप प्रसारित की गई, जिसमें उनकी ओर से कही गई बातों को गलत तरीके से पेश किया गया। यह पूरी तरह से गलत है, और मैं इसकी निंदा करता हूं।”

विरोधी दलों का आरोप और भाजपा का बचाव

विपक्ष की ओर से अमित शाह के बयान की आलोचना जारी है, जबकि भाजपा ने अपने नेता का बचाव किया है। इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आंबेडकर के सम्मान को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

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