छत्तीसगढ़: 9 दिन में नक्सलियों ने की 6 ग्रामीणों की हत्या, सुकमा में युवक को मारकर जंगल में फेंका शव, 100 से ज्यादा मोबाइल लूटे
छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों का आतंक जारी है। पिछले 9 दिनों में नक्सलियों ने 6 ग्रामीणों की हत्या कर दी है। सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र में पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने एक और युवक की जान ले ली। मृतक की पहचान मड़कम हड़मा के रूप में हुई है, जो दुलेड़ गांव का रहने वाला था।
घर से उठा कर जंगल में मारा
जानकारी के मुताबिक, भारी संख्या में नक्सली 2 दिन पहले गांव पहुंचे और युवक को उसके घर से अगवा कर जंगल ले गए। नक्सलियों ने युवक पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए उसे बेरहमी से मार डाला। हत्या के बाद शव को गांव के पास फेंक दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि इस वारदात को नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी ने अंजाम दिया है।
100 से ज्यादा मोबाइल फोन लूटे
नक्सलियों ने इस दौरान गांव के लोगों से 100 से ज्यादा मोबाइल फोन भी लूट लिए। ग्रामीणों के मुताबिक, यह पहली बार है जब नक्सलियों ने इतनी बड़ी संख्या में पूरे गांव के फोन छीन लिए। सभी मोबाइल बंद हैं। इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
9 दिन में 6 हत्याएं, 1800 मौतें अब तक
5 से 13 दिसंबर के बीच नक्सलियों ने सुकमा और बीजापुर जिलों में 6 हत्याएं की हैं। इनमें 3 भाजपा कार्यकर्ता, एक आंगनबाड़ी सहायिका और 2 ग्रामीण शामिल हैं। राज्य गठन के बाद से अब तक नक्सली हिंसा में करीब 1800 लोग मारे जा चुके हैं।
गृहमंत्री ने की निंदा, विकास रोकने का आरोप
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना पर निंदा जताते हुए कहा, “बस्तर में नक्सलियों का खूनी खेल बंद होना चाहिए। ये लोग यहां विकास नहीं होने दे रहे हैं। इनके बड़े कैडर के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि ये यहां स्कूल और सड़कों के निर्माण में बाधा डालते हैं।”
फोन लूटने का मकसद
माना जा रहा है कि नक्सलियों को शक है कि ग्रामीण उनके मूवमेंट की जानकारी पुलिस को देते हैं। इसी शक के चलते उन्होंने पूरे गांव के मोबाइल फोन लूट लिए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।