आयुष अग्रवाल ने रायपुर में मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदार के नाम पर गैंग मैंबरों का नाम रखा था।
राजधानी रायपुर में ड्रग्स का सप्लायर प्रोफेसर एक बार फिर अरेस्ट हुआ है। आरोपी ड्रग सप्लाई के मामले में ही जेल में बंद था।
वह करीब 3 महीने पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया था। बाहर आकर अपने गैंग को फिर एक्टिव करने में जुट गया।
एंटी क्राइम यूनिट की आरोपी.आयुष अग्रवाल ने रायपुर में मनी हाईस्ट वेब सीरीज के किरदार के नाम पर गैंग मैंबरों का नाम रखा था और ड्रग्स का कारोबार चला रहा था।
उसने खुद का नाम ‘प्रोफेसर’ रखा था। साथ ही ड्रग्स पैडलर (सप्लायर) का नाम लुसिफर और बर्लिन रखा हुआ था। आरोपी को पुलिस ने 3 साथियों के साथ 15 मई 2024 को गिरफ्तार किया था। इनके पास से महंगी ड्रग्स MDMA और कोकीन भी मिली थी।
इसके अलावा लग्जरी कार भी आरोपियों के पास से जब्त की गई थी।पुलिस ने 50 लाख रुपए का माल जब्त किया था।लग्जरी कार समेत 50 लाख का माल हुआ था जब्तइस मामले में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 17 अलग-अलग छोटे जिप पॉलीथिन में रखे 2100mg MDMA और 6600mg कोकीन जब्त किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने ऑडी कार, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 8 मोबाइल फोन, 3 सोने की चेन, आईपेड समेत 50 लाख रुपए का माल जब्त किया था।
इस मामले में पुलिस नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई किया था।इंटरनेशनल कनेक्शन मिल चुका हैरायपुर पुलिस ने इस ड्रग्स मामले में अब तक इस गैंग से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से जुड़े करीब 1 दर्जन के आसपास लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में छापा मारकर ड्रग सप्लाई के इंटरनेशनल कनेक्शन का भी भंडाफोड़ किया था।
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि ये नशीला पदार्थ दिल्ली से आता है। पुलिस ने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में दबिश दी। यहां से नाइजीरिया के मिस्टर इनोसेंट ओलोचुकू को गिरफ्तार किया था।