छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में अवैध पत्थर खनन को लेकर लोगों में आक्रोश का माहौल है। खनन माफिया खुलेआम सरकारी जमीन में बिना अनुमति के पत्थर उत्खनन कर रहे हैं, जिसकी शिकायत के बाद खदान को सील कर दिया गया है।.इसके पहले नाराज ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय घेराव की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
बुधवार को राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त टीम मामले की जांच करने पहुंची। जांच करने के बाद खनन वाले क्षेत्र को सील कर दिया गया है।सक्ती में ग्रामीणों ने पत्थर खनन को लेकर विरोध किया।नदेली में खनिज माफिया एक्टिवजानकारी के मुताबिक, जैजैपुर तहसील अंतर्गत ग्राम नदेली में खनिज माफिया एक्टिव है। शासकीय जमीनों में बिना अनुमति पत्थर उत्खनन कर रहा है।
गांव के मनहरण साहू और राजेश्वर साहू लगभग 10 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर पत्थर खदान संचलित कर रहा था।पत्थर निकालते समय बारुद का उपयोगग्रामीणों ने कहा कि यह जमीन नदेली से भोथिडीह मुख्य मार्ग पर है। पत्थर निकालते समय बारुद का उपयोग किया जाता है, जिससे आसपास के घरों और राहगीरों पर पत्थर के टुकडे गिरते हैं, जिससे जख्मी होने का भय बना रहता है।
पत्थर खनन क्षेत्र को किया गया सीलजान से मारने की धमकी दी गईग्रामीणों ने बताया कि जेसीबी से खुदाई कर ट्रैक्टरों से मिट्टी-पत्थर निकालने का काम किया जाता है। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया था, लेकिन खदान संचालकों ने गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी सूचना जैजैपुर थाना में दी गई थी।
अधिकारियों से कई बार शिकायतग्रामीणों ने बताया कि सड़क किनारे मिट्टी डंप किया गया था, जिससे ग्राम भोथीडीह की पिकअप टकरा गई थी। हादसे में वाहन चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी। पत्थर खदान और भंडारण को लेकर लोगों में आक्रोश है। अवैध खनन को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है।
पत्थर खनन वाले क्षेत्र को किया गया सीलजिला खनिज अधिकारी के.के बंजारे ने कहा कि अवैध रूप से पत्थर उत्खनन की शिकायत मिली थी। माइनिंग इंस्पेक्टर ने जेसीबी मशीन को जब्त कर जैजैपुर थाना के सुपुर्द किया था। मौके पर कोई व्यक्ति नहीं मिला। बुधवार को ग्रामीणों की मांग पर संयुक्त टीम ने पत्थर खनन वाले क्षेत्र को सील किया है।