रायपुर नगर निगम की शुक्रवार को हुई सामान्य सभा में जमकर हंगामा हुआ। इस हंगामे के बाद 31 प्रस्तावों में से 21 प्रस्ताव पर ही चर्चा हुई और इसे पास किया गया। बाकी के मुद्दों पर सोमवार को फिर चर्चा होगी।.जिस समय सामान्य सभा पर पार्षद एजेंडों पर चर्चा कर रहे थे तब अधिकारी मोबाइल गेम में बिजी दिखे। अपर आयुक्त राजेंद्र गुप्ता समेत कुछ अधिकारी ताशपत्ती और कैंडी क्रश जैसे गेम खेल रहे थे।
इस दौरान सभापति प्रमोद दुबे ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि, अधिकारी अपने पद और मर्यादा का ध्यान रखें ये आपके और आपके भविष्य के लिए बेहतर होगा।सभापति प्रमोद दुबे के सामने ही अधिकारी मोबाइल पर गेम खेलते दिखे।फर्जी मेट्रो MoU का बोर्ड लेकर पहुंचे बीजेपी पार्षदसामान्य सभा के पहले ही मिनट में भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। मेयर रायपुर जनता से माफी मांगे और महापौर का फर्जी मेट्रो MoU का बोर्ड लेकर भाजपा पार्षद आसंदी के सामने आकर नारेबाजी कर रहे थे।बीजेपी पार्षद सभापति के डायस पर चढ़कर लाइट मेट्रो को लेकर जवाब मांगा।
भाजपा पार्षदों का कहना कि पहले मास्को में किए MoU को लेकर मेयर जवाब दें, उसके बाद ही सामान्य सभा की कार्यवाही आगे बढ़ेगी।इस पर सभापति प्रमोद दुबे ने सामान्य सभा के दौरान बार-बार डायस पर चढ़ने पर बीजेपी पार्षदों पर एक्शन लिया। सदन की कार्यवाही नहीं होने देने पर मृत्युंजय दुबे समेत 6 से ज्यादा भाजपा पार्षदों को 10 मिनट के लिए निलंबित किया गया।मेट्रो का कट-आउट लेकर पहुंचे थे बीजेपी पार्षद जिसमें झूठा महापौर लिखा था।
21 एजेंडों पर ही हुई चर्चासामान्य सभा में कुल 31 एजेंडों पर चर्चा होनी थी लेकिन पहले दिन लंबे समय तक हंगामे के कारण 21 एजेंडे पर ही चर्चा हुई। हालांकि ये सभी एजेंडे सर्व सम्मति से पास भी हुए। इनमें 10 एजेंडे जाति प्रमाण पत्र के थे, वहीं 9 एजेंडे नामकरण के पास हुए।इस दौरान भाजपा पार्षद ने नामकरण में संशोधन की भी मांग की।
दरअसल, रहमानिया चौक से बंजारी रोड का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दिवंगत बैजनाथ प्रसाद सोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव था।इसे लेकर कहा गया कि जिस इंदौर रोड का नाम पहले से ही फेमस है, ऐसे में उस सड़क का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम से नहीं रखना चाहिए। उनका अपमान होगा। किसी दूसरे मार्ग का नाम उनके नाम पर रखा जा सकता है।बीजेपी पार्षद सभापति के डायस पर चढ़कर लाइट मेट्रो को लेकर जवाब मांग रहे हैं।
शास्त्री बाजार में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स का एजेंडा गिराशास्त्री बाजार में व्यवसायिक परिसर को लेकर सामान्य सभा में जमकर बवाल मचा। दरअसल, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से शास्त्री बाजार में कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। कॉम्प्लेक्स की दुकानों को नगर निगम के जरिए बेचने और उस राशि को स्मार्ट सिटी को वापस करने को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया था।इस प्रस्ताव पर भाजपा पार्षद दल ने कहा कि इससे पहले स्मार्ट सिटी से जो भी काम हुए उसका प्रस्ताव तो निगम में नहीं आया।
जवाहर बाजार और रायपुर शहर में कई काम पहले भी हुए हैं।इस दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने भी स्मार्ट सिटी की ओर से रायपुर शहर में किए गए कामों की जांच की मांग कर दी। जमकर हंगामा होने के बाद सत्ता पक्ष ने ही अपने इस एजेंडे को गिरा दिया और यह एजेंडा खारिज हुआ।सामान्य सभा के पहले ही मिनट में भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया।
7 अक्टूबर को होगी आगे की चर्चा21 एजेंडों पर चर्चा के बाद सभा को स्थगित किया गया। सभापति प्रमोद दुबे ने महापौर एजाज ढेबर और नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे से चर्चा और सहमति के बाद सोमवार को 11 बजे तक के लिये स्थगित करने की घोषणा की।