आरोप-प्रत्यारोप में ग्राम पंचायत कोटमी सोनार…!
जांजगीर-चांपा जिले के कोटमी सोनार अकलतरा का सबसे बडा गांव होने के साथ सबसे विवादित गांव है । यहां आरोप और प्रत्यारोप लगना और लगाना यहां की हवाओ मे है । बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व ,शिकायतकर्ताओं द्वारा सरपंच रामिन बाई को दबाव पूर्वक लेकर लिखित शिकायत की गयी थी कि सचिव इलाही मोहम्मद द्वारा जब से सचिव पद संभाला गया है तब से डीएससी का दुरुपयोग कर रुपये आहरण किया जा रहा है और इसकी खबर सरपंच को नही है।सरपंच रामिन बाई नेताम ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिकायतकर्ताओं ने मेरे लेटर पैड दुरुयोग करते हुए शिकायत किये गए है जबकि मेरे द्वारा शिकायत करने की कोई मंशा नही है।गांव जितने भी कार्य हुए हैं सभी का प्रस्ताव पारित कर किया जाता है।इस शिकायत के दो दिन बाद सरपंच रामिन बाई द्वारा फिर शिकायत दर्ज कराया गया कि यह शिकायत झूठी है और मेरे द्वारा कोई शिकायत नही किया गया ग्राम सभा के प्रस्ताव में पंचों का हस्तक्षर है वे लोग ही सचिव के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं ।इसके पहले भी कई बार शिकायत कर चुके है हमेशा सत्य की जीत हुई हैं।प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत कोटमी सोनार में पंद्रहवे वित्त की राशि अनिमियता की शिकायत की गई है उसकी जांच चल रही हैं सरपंच रामिन बाई नेताम के द्वारा जबरन शिकायत कराकर दबाव बनाया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं द्वारा अकलतरा सीईओ को सत्ता पक्ष के नेताओ से कार्यवाही करने फोन भी कराई जा रही है जबकि जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही होनी है।
शिकायत का आधार झूठा
इस शिकायत मे बताया गया है कि सचिव इलाही मोहम्मद के द्वारा गांव के विकास के नाम आहरण किया गया है जबकि सचिव इलाही मोहम्मद विगत 9 माह से मेडिकल अवकाश पर है और उसी दिन से कटनई सचिव नीतु सिंह को कोटमी सोनार का सारा प्रभार सौप दिया गया है ऐसे मे शिकायतकर्ता अपने ही छीछालेदर करा रहे है ।शिकायत तो करना चाहिए परंतु पूरी बात को समझे बिना शिकायत फजीहत का कारण बन सकता है ।शिकायत की सारी सच्चाई सरपंच अपने पत्र के माध्य्म कलक्टर कार्यालय, जिला पंचायत ,जनपद पंचायत कार्यालय में पत्र लिखकर बताई है।DSC सरपंच और सचिव की संयुक्त हस्ताक्षर पेमेंट होती हैं शिकायत पत्र में झूठे आरोप लगाकर ग्राम पंचायत कोटमी सोनार की छवि खराब की जा रही है।
कोटमी सोनार में शिकायत बाजी की चर्चा जोरो पर है। ग्राम पंचायत कोटमी सोनार में सरपंच सचिव की शिकायत लगातार चल रही है परन्तु कारवाही क्या होती हैं सामने नही आ पाती है ।कुछ ही माह में देखने मे आता है कि शिकायतकर्ता और सरपंच सचिवो की दोस्ती जय और बीरू की तरह हो जाती है उस दोस्ती को समझा जा सकता है।
सरपंच रामिन बाई नेताम ने बताया कि गांव के गिने चुने पंच है जो विकास कार्य राशि आते ही सरपंच सचिव पर दबाव बना कर अपने हिस्से की मांग करते है जिससे गांव में विकास कार्य मे बाधा उत्पन्न होती हैं।यहां तक की पंचायत के नाम पर उधार में प्लाम्बर ,बिजली फिटिंग, कूलर ,एसी तक लाकर अपने घर मे उपयोग करते हैं। उधार लिए सामानों का भुगतान नही करने शिकायत कर फसाने की धमकी दी जाती हैं
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