बिलासपुर । लालखदान महमंद में रहने वाली एक युवती प्रेमी के झांसे में आकर घर से भाग गई थी । मुंगेली के रहने वाले उसके माता-पिता यहां किराए के मकान में रहते हैं और शहर के एक होटल में काम करते हैं। रोज की तरह 3 दिसंबर को वे घर लौटे तो पता चला कि उनकी 17 वर्षीय बेटी शाम को भाई को खाना खिला कर सुलाने के बाद बिना किसी को कुछ बताएं 7:00 बजे कहीं चली गई । पहले तो माता पिता ने अपनी बेटी को हर संभव जगह तलाशा, लेकिन जब वह नहीं मिली तो रात करीब 12:15 बजे तोरवा थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत नाबालिग युवती की तलाश शुरू कर दी ।जांच के दौरान पता चला कि युवती की मां के मोबाइल पर शाम को एक मिस कॉल आया था। जिस पर बात नहीं हुई थी। तोरवा पुलिस को यह नंबर संदेहास्पद लगा तो उसने उस कॉल करने वाले की जांच शुरू की। पता चला कि या नंबर रायपुर दुर्ग क्षेत्र में मेला में फेरी दुकान लगाने वाले दुकानदार का है। पुलिस ने उस नंबर पर कॉल कर फेरी लगाने वाले को पूरे मामले की गंभीरता समझाते हुए कहा कि अगर वह नाबालिक लड़की के बारे में कुछ भी जानता है तो तुरंत सूचना दें नहीं तो वह खुद मुसीबत में फंस सकता है। लेकिन उस फेरी वाले ने पूरे मामले में अनभिज्ञता जाहिर की । इस बीच पुलिस ने अपनी खोज जारी रखें तो पता चला कि घर से भागी नाबालिक युवती जांजगीर के अकलतरा किरारी में मौजूद है। तोरवा पुलिस ने एक पल गवाये बगैर तुरंत किरारी में रेड किया जहां घर से भागी युवती अपने दूर के रिश्तेदार के यहां मौजूद मिली, जिसे समझा-बुझाकर उसे उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। पता चला युवती उसी फोन करने वाले फेरी वाले अपने प्रेमी के साथ भागने की फिराक में थी । पुलिस का कहना है कि अगर वह उस फेरीवाले तक पहुंच जाती तो फिर उसको ढूंढ पाना बहुत मुश्किल होता, क्योंकि उसका कोई स्थाई ठिकाना है नहीं। इस शहर से उस शहर घूमने वाले की नियत क्या थी यह भी कह पाना मुश्किल है। तोरवा पुलिस की सक्रियता से 17 वर्षीय युवती की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई।
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