आईजी ने किया दावा: तीन वर्षों में नक्सलमुक्त हो सकता है बस्तर, कहा- नक्सली हिंसा में आई 49 फ़ीसदी कमी…!
छत्तीसगढ़ का बस्तर अपनी प्राकृतिक छटा के लिए काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इसके साथ ही यहाँ नक्सली गतिविधियां भी होती रहती है जिससे इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब इस बीच बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. का बड़ा बयान सामने आया है।
छत्तीसगढ़ का बस्तर अपनी प्राकृतिक छटा के लिए काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इसके साथ ही यहाँ नक्सली गतिविधियां भी होती रहती है जिससे इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं, अभियान चलाए जा रहे हैं। सुरक्षाबलों द्वारा भी पूरी कोशिश की जा रही है कि नक्सली गतिविधियों को काम किया जा सके। अब इस बीच बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. का बड़ा बयान सामने आया है।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने कहा है कि बस्तर में नक्सली अपनी अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं। पुलिस ने बस्तर के धूर नक्सली इलाको में सुरक्षा बलों के लगभग 38 कैम्प खोले है, जिसके कारण पिछले पांच वर्षों में नक्सल हिंसा में 49 फीसदी कमी आई है नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा अपनाई गई रणनीति विश्वास, विकास और सुरक्षा काफी कारगर साबित हुई है। इसके कारण इलाके में नक्सलियों का विस्तार थम गया है। यदि हम इसी रफ्तार से काम करते रहे तो आने वाले तीन वर्षों में बस्तर नक्सल मुक्त हो जाएगा।
ग्रामीणों में सिस्टम के प्रति भरोसा बढ़ा
आईजी ने कहा कि बस्तर संभाग के धूर नक्सल प्रभावित इलाके में पुलिस एवं प्रशासन की पहल से ग्रामीणों में सिस्टम के प्रति भरोसा बढ़ा है। इस कारण अब अंदरूनी इलाकों में ग्रामीण, नक्सलियों का साथ नहीं दे रहे हैं। इस वजह से नक्सलियों के पैर अब उखड़ने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस, नक्सलियों के कब्जे से 5 हजार वर्ग किमी का क्षेत्र मुक्त करा चुकी है। 6 हजार वर्ग किमी का वह इलाका जहां नक्सलियों का थोड़ा बहुत प्रभाव है उसकी रणनीति पर तेजी से चल रहे हैं। आने वाले 3 माह में हम बस्तर को नक्सलमुक्त क्षेत्र घोषित करने की स्थिति में होंगे।
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