बस्तर में अब नक्सलियों से लोहा लेंगे थर्ड जेंडर, पहली बार तैनाती, 2100 कांस्टेबल में चुने गये 9 ट्रांसजेंडर
छत्तीसगढ़ पुलिस में एक स्पेशल यूनिट ‘बस्तर फाइटर्स’ बनाई गई है. इस यूनिट में 9 ट्रांसजेंडर्स का भी चयन किया गया है. अब ये ट्रांसजेंडर्स नक्सल एक्टिविटीज को रोकने के लिए काम करेंगी. कुल 16 ट्रांसजेंडर्स ने नौकरी के लिए आवेदन किया था. जिनमें से 9 लोगों का चयन किया गया है. चयनित होने वाली दिव्या ,दामिनी,संध्या, सानू ,रानी हिमांशी, रिया, सीमा कांकेर और बरखा ने सरकार के अथक प्रयास के लिए धन्यवाद दिया है. छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के द्वारा ट्रांसजेंडर के लिए जो भर्ती प्रक्रिया अपनाई वह पूरे देश के लिए उदाहरण है. यही कारण है कि आज 13 ट्रांसजेंडर व्यक्ति पुलिस आरक्षक के रूप में पदस्थ हैं. ट्रांसजेंडर्स ने कड़ी मेहनत और लगन से पुलिस की बौद्धिक और शारीरिक परीक्षा पास की. पुलिस भर्ती बस्तर फाइटर्स परीक्षा के अंतिम परिणाम में बस्तर से समुदाय के 9 लोगों का चयन हुआ है. पुलिस भर्ती में शामिल प्रतिभागियों ने भारतवर्ष और विश्व को यह संदेश दिया है कि उन्हें अपने हुनर दिखाने का मौका मिले तो वे स्त्री-पुरुष से कंधा से कंधा मिलाकर चल सकते हैं. सम्मानपूर्वक जीवन के हकदार हैं. ट्रांसजेंडर्स व्यक्ति को समाज में कलंक माने जाने के कारण वे परिवार और समाज से बहिष्कृत ही रहे हैं. वे पूरी तरह से सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक जीवन में प्रतिभागी होने से वंचित रहे हैं.
क्या कहती हैं फाइटर्स
प्रतिभागी दिव्या निषाद कहती है कि “मैं आज बहुत खुश हूं. मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है कि मैं इस खुशी को व्यक्त कर पाऊं. मैं और मेरी सभी साथियों ने इस परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की है. यह हमारे लिए ऐसा अवसर था जिससे हमारी जिंदगी बदल सकती थी. इसलिए सबने दिन-रात मेहनत की. जगदलपुर से चयनित होने वाली बरखा कहती हैं कि यह ऐसी खबर है जिस पर अभी भी भरोसा नहीं हो रहा है. क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इज्जत और सम्मान की नौकरी मिलेगी.