आदिवासी बाहुल्य विकास खण्ड कोंडागांव के बड़ेबंजोड़ा, खण्डाम, खचगांव,
संवाददाता संतोष मरकाम
बालासार, बोरगांव करिकाटा, गोलावंड, ईसलनार, मड़ानार, हसलनार, मेडपाल, बादालुर, चांगेर के 13 में अब सोलर स्ट्रीट लाइट से इन गांव में रोशनी से जगमगाएगी, वहींअंधेरा। से मुक्ति मिलेगी। इन क्षेत्रों में रात का
अंधेरा, जहां लोगों के लिए मुसीबत होता था। पहलेशाम होतेही बच्चे अपने अपने घरों में चले जाते थे।
गांव में ज्यादातर महिलायें रात के समय अपने निजी कार्यहेतु घर से बाहर जाते वक्त जहरीले जीव जंतुओं जैसे सांपों बिच्छूओ काटनेका खतरा हमेशा लगा रहता था रात में बच्चों को भी शौचालय के लिए
लेजाना हो तो किसी को साथ साथ जाना पड़ता था। तब सार्वजनिक गलियारों पर रोशनी नहीं होती थी तो लोग टार्च या लालटेन, आग लेकर आतेजाते
थे। गांव के जीवन में घर के ज्यादातर कार्य महिलाओं के हिस्से ही आते है। ऐसे में महिलाएं एक दुसरे को
बुलाती है या घर के पुरुष को साथ लेकर जाती थी। अब परिवर्तन प्रोजेक्ट के तहत गांव के गलियों में रोशनी आने से महिलाओं काडर कम हुआ है।
नक्सल प्रभावित कोंडागांव विकास खण्ड के दुरस्त वनांचल क्षेत्र के 13 गांवों में सूरज की मुक्त हैव प्रातः काल होतेही बंद हो जाती है
मुख्य रूप से इन कर्मचारियों का सहयोग रहा मसरुर अहमद, शाबिरा याकुब, दिनेश जयसवाल, जी तरुण, रामेश्वर बघेल, मानकु पोयाम, गुलाब यादव आदि उपस्थित थे