नक्सलियों का सफाया करने,,, घने जंगलों के भीतर चार महीने तक चलेगा अभियान
बैठक लेते वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार और डीजीपी अशोक जुनेजा शांतिवार्ता के लिए कोई पहल नहीं।वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के साथ हुई बैठक के बाद एडीजी ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि नक्सलियों के जाने वाले को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। इसे फोकस में रखते हुए तैयारी की जाएगी। नक्सलियों को घेरने की योजनाउनेलियों के साथ किसी भी तरह की और क संदेश नक्सलियों की तरफ से नहीं ।नक्सलियों का सफाया करने के लिए घने जंगलों की भीतर आक्रमक ऑपरेशन जाएगा। इसका पूरा तैयार कर लिया गया है। वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने इस एक्शन तैयार करने के साथ ही बनाई है। इसे लगातार 4 महीनों तक चलाया जाएगा। आर पार की लड़ाई के लिए उन्होंने अपने एक्शन प्लान को लेकर सोमवार को पुराना पुलिस मुख्यालय स्थित एसआईबी भवन में डीजीपी अशोक से जुड़े अधिकारियों की बैठक ली मा नक्सलियों पर हमला करना है। योजनाबद्ध तरीके से बड़े ही के सुनियोजित तरीके से ऑपरेशन चलाने की जरूरत है। ताकि बिना किसी नुकसान नक्सलियों का सफाया किया जा सके।जुनेजा के साथ ही नक्सल ऑपरेशन बाद यह बस्तर में अपना ठिकाना बना रहे हैं। बताया जाता है कि बैठक इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के दौरान नक्सलियों के खिलाफ के गढ़चिरौली में चलाए जा रहे चलाए जा रहे ऑपरेशन की समीक्षा ऑपरेशन की तर्ज पर सीधे की गई। इस दौरान डीजीपी के साथ ही एडीजी नल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, आईटीबीपी आईजी संजीव रैना, वीरसारक आईजी सुनील त्यागी, सीआरपीएफ आईजी डी. प्रकाश के साथ सफाया किया जा सके।
दूसरे राज्यों में लगातार ऑपरेशन चलाए जाने के बाद वह बस्तर में अपना ठिकाना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान नक्सलियों के खिलाफ चलाया जा रहे ऑपरेशन की समीक्षा की गई इस दौरान डीजीपी के साथ ही एडीजी नक्सली ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा आई पीवीसी आईजी संजीव रहना बीएसएफ आईजी संजीव रैना बीएसएफ आईजी सुनील त्यागी बीआरटीएफ आईजी दी प्रकाश के साथ इंटेलिजेंस और ऑपरेशन से जुड़े अधिकारी शामिल हुए हैं