बीजापुर।बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप के निर्देश के बाद पुलिस की टीम ने 4 नक्सलियों को पकड़ा है। थाना भैरमगढ़ से जिला पुलिस बल और डीआरजी की टीम उसपरी, बिरियाभूमि, डालेर, धुडसाकल और टिण्डोडी गांव की ओर रवाना हुई थीं। अलग-अलग इलाकों से सर्च ऑपरेशन के दौरान ये नक्सली पकड़े गए हैं। पुलिस को इन नक्सलियों की तलाश थी। मुकापारा गांव में नक्सली को गिरफ्तार करने के दौरान ग्रामीणों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया। पुलिस का दावा है कि ऐसा करने का दबाव नक्सली ही ग्रामीणों पर बनाते हैं।
भैरमगढ़ थाना इलाके से वामन पोयाम, कमामू उर्फ कलमू, टीबू उर्फ रीदू को पकड़ा गया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इन नक्सलियों ने साल 2010 में भटवाड़ा के पास कई जगह से रोड को काट दिया था। फरवरी 2020 में पुलिस पार्टी व मतदान दल को नुकसान पहुंचाने के लिए आइईडी लगाई थी, 26 अक्टूबर को इन नक्सलियों ने ही टिण्डोडी रोड निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आग लगा दी थी।
बीजापुर थाना इलाके में सीआरपीएफ की 85वीं बटालियन, मुकापारा,सावनार, कोरचोली, गुण्डापारा की ओर सर्चिंग पर निकली थी । जवानों को देखकर सावनार के मुकापारा के पास एक घर से 8-10 संदिग्ध भागते हुये नजर आये। यहां जब टीम ने तलाशी ली तो 3 पिटठू 2 मेग्जीन पोच, नक्सली साहित्य बैनर पर्चे मिले। मुकापारा से एक लड़के को भागते हुए पकड़ा गया। पुछताछ में उसने अपना नाम लच्छु पूनेम उर्फ सोमलू बताया। टीम इसके घर गई और तलाशी ली।
लच्छू के घर से माओवादी फोटो एल्बम, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, गन पावडर, सल्फर पावडर, सेल, आईईडी स्वीच, माओवादी बैनर, पिटठू, सुतली बम, प्राथमिक उपचार बाक्स, मोबाईल, पावर बैंक, खुदाई के औजार, हेक्सा ब्लेड मिले। इस नक्सली को बचाने के लिए ग्रामीणों ने सुरक्षा बल के जवानों पर पथराव कर दिया था। इस घटना में 8 जवान घायल हो गए थे। फिलहाल गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ जारी है और जवानों का इलाज किया जा रहा है
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