सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। जिले में सक्रिय 10 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में 6 महिला कैडर भी शामिल हैं। इन सभी नक्सलियों पर कुल 33 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
बस्तर पुलिस ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को तिरंगा भेंट कर मुख्यधारा में वापसी कराई।
कई वर्षों से संगठन में थे सक्रिय
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रिय थे और विभिन्न हिंसक घटनाओं में शामिल रहे हैं। इनमें PLGA प्लाटून कमांडर, एरिया कमेटी सदस्य (ACM), PPCM और पार्टी सदस्य जैसे महत्वपूर्ण कैडर शामिल हैं।
अब इन सभी ने हिंसा का रास्ता छोड़ते हुए सामान्य जीवन अपनाने का निर्णय लिया है।
भारी हथियार भी सौंपे
आत्मसमर्पण के दौरान नक्सलियों ने अपने पास मौजूद हथियार भी सुरक्षा बलों को सौंपे। इनमें—
- 1 AK-47
- 2 SLR राइफल
- 1 स्टेन गन
- 1 BGL लॉन्चर
शामिल हैं। सभी हथियार विधिवत रूप से जब्त कर लिए गए हैं।
इन कैडरों ने डाले हथियार
आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल हैं—
- PLGA बटालियन नंबर-1 का प्लाटून कमांडर (CYPCM रैंक)
- दरभा डिवीजन के 2 एरिया कमेटी सदस्य (ACM)
- PLGA मिलिट्री प्लाटून नंबर-31 का 1 PPCM सदस्य
- PLGA मिलिट्री प्लाटून नंबर-26 का 1 PPCM सदस्य
- गोल्लापल्ली LOS के 2 सदस्य
- 3 पार्टी सदस्य (PM)
IG का बयान
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि सुकमा में 10 नक्सलियों का आत्मसमर्पण इस बात का संकेत है कि हिंसक और जनविरोधी माओवादी विचारधारा अपने अंतिम दौर में है। उन्होंने कहा कि “पूना मारगेम और पुनर्वास से पुनर्जीवन जैसी योजनाओं पर भरोसा बढ़ रहा है, जिससे लोग शांति और सम्मानजनक जीवन की ओर लौट रहे हैं।”
उन्होंने शेष नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।
पुनर्वास प्रक्रिया शुरू
पुलिस प्रशासन के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाएगा। शिक्षा, रोजगार और सामाजिक पुनर्वास की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

