रायपुर। राजधानी रायपुर में एक होटल कारोबारी दीपक टंडन ने दंतेवाड़ा की DSP कल्पना वर्मा पर रिश्वत मांगने, ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी और व्यक्तिगत संबंधों के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। टंडन ने दावा किया है कि DSP ने उन्हें लव ट्रैप में फंसाया, शादी का झांसा दिया और करोड़ों रुपए तथा महंगी कार-जेवरात हड़प लिए।
दूसरी ओर DSP कल्पना वर्मा ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि टंडन ने फर्जी चैट और फोटो तैयार करके उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है। उन्होंने लीगल एक्शन की तैयारी की बात कही है।
DSP वर्मा की प्रतिक्रिया—“टंडन केस वापस लेने दबाव बना रहा था”
डीएसपी कल्पना वर्मा ने बताया—

- टंडन लगातार उनसे कोर्ट केस वापस लेने का दबाव बना रहा था।
- दबाव न मानने पर उसने फर्जी चैट और वीडियो मीडिया में वायरल किए।
- उनका कहना है कि टंडन पर उनके पिता के 42 लाख से अधिक रुपये बकाया हैं। इसे लेकर पहले भी विवाद हो चुका है।
DSP ने बताया कि उनके पिता को टंडन ने तीन चेक दिए थे, जिन पर विवाद के चलते कानूनी कार्रवाई की गई।
टंडन का आरोप—“2 करोड़ से ज्यादा दिए, शादी का झांसा दिया गया’
कारोबारी दीपक टंडन ने आरोप लगाए—
- DSP ने 2021 से नजदीकियां बढ़ाईं और पैसों का दुरुपयोग किया।
- 2 करोड़ रुपये कैश, एक कार, हीरे की अंगूठी, सोने के टॉप्स और अन्य गिफ्ट देने का दावा।
- बातचीत के दौरान कई बार उनसे तलाक लेने का दबाव बनाया गया।
- होटल मीटिंग्स और ट्रिप्स में साथ दिखने के कुछ वीडियो और चैट पुलिस को सौंपे हैं।
टंडन का कहना है कि जब उन्होंने आरोपों की शिकायत दर्ज कराई, तो उन्हें “फर्जी मामलों में फँसाने” की धमकी दी गई।
कैसे हुई मुलाकात?
जानकारी के अनुसार—
- 2021 में DSP वर्मा महासमुंद में पदस्थ थीं।
- एक म्यूचुअल फ्रेंड के माध्यम से उनकी मुलाकात कारोबारी टंडन से हुई।
- इसके बाद दोनों के बीच बातचीत और मुलाकातें बढ़ीं।
- रायपुर ट्रांसफर के बाद दोनों नियमित रूप से मिलने लगे।
टंडन का दावा है कि इस बीच वर्मा के परिवार से उनके बिजनेस जुड़ने की बात भी हुई, जिसके चलते दोनों और करीब आए।
होटल डील में विवाद—लेन-देन का मामला भारी पड़ा
टंडन का आरोप है कि—
- उन्होंने रायपुर स्थित एक रेस्टोरेंट की डील के लिए 30 लाख रुपये DSP के पिता के खाते में दिए।
- बाद में डील नहीं हो पाई और पैसे वापसी की बात आने पर चेक बाउंस केस दर्ज करा दिया गया।
- इस घटना के बाद उन्हें लगा कि उनके साथ ठगी की गई है।
DSP का कहना है कि टंडन बकाया पैसे वापस नहीं दे पा रहे थे और उसी कारण वह इस तरह के आरोप बना रहा है।
पुलिस की जांच—FIR अभी दर्ज नहीं
पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर चुकी है। शुरुआती जांच में—
- यह मामला आपसी लेन-देन और निजी विवाद का प्रतीत हो रहा है।
- दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
- अभी तक किसी भी पक्ष की शिकायत पर FIR दर्ज नहीं की गई है।
मामला उच्च-स्तरीय अधिकारियों के संज्ञान में है और आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट पर निर्भर करेगी।
टंडन ने पुलिस को ये सबूत सौंपने का दावा किया
- WhatsApp चैट
- CCTV फुटेज
- होटल मीटिंग के वीडियो
- लेन-देन से जुड़े दस्तावेज
DSP कल्पना वर्मा ने इन सबूतों को फर्जी और छेड़छाड़ करके बनाए गए बताया है।

